गुरुवार, 31 दिसंबर 2020

नया साल मुबारक हो happy new year

2020 चला गया बहुत कुछ सीखा कर गया ज़िन्दगी अनिश्चित है अहंकार व्यर्थ है 

Hospital के बेड पर सारी सच्चाई मालूम पड़ जाती है ,हमारी ज़िन्दगी का तो छोड़ो पूरी प्रथ्वी की ज़िन्दगी भी तो अनिश्चित है विनाश के कई साधन है न्यूक्लियर बॉम्ब उल्का पिंड और ना जाने क्या क्या 

 ज़िन्दगी को मजे में जीना , 

2021 को यादगार बनाना नए संकल्प लेना और अमल करना 

ज़िन्दगी को khoobsurat bana लेना






सोमवार, 28 दिसंबर 2020

धर्मनिरपेक्ष

सभी को अपना अपना धर्म मानने की स्वतंत्रता है यह स्वतंत्र आजाद देश का एक बहुत ही अच्छा उदाहरण है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश हैएक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए
जो जिस धर्म को मानना चाहता है जिस भगवान की पूजा करना चाहता है उसे पूर्ण स्वतंत्रता होनी चाहिए लेकिन कुछ लोग अपने धर्म के प्रचार प्रसार के लिए दूसरे लोगों को बाध्य करते हैं कि उनके धर्म को अपनाओ यह पूरी तरह से गलत है।
अभी कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर मैंने एक तस्वीर देखी जिसमें कि क्रिसमस पर यीशु अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे थे वह अपना केक काट रहे थे और उनके आसपास अलग-अलग धर्मों के भगवान खड़े हुए थे जैसे कि गुरु नानक महावीर भगवान विष्णु इत्यादि
किसी भगवान ने गुरु नानक देव जी के कंधों पर हाथ रख लिया चित्र को देखकर मुझे चित्रकार की कलाकारी का बड़ा अचंभा हुआ कितनी प्यार से उसने चित्रण किया कितना अच्छा संदेश दिया कि भगवान जब अच्छी प्यार से मिलजुल कर रह सकते हैं तो फिर हम क्यों नहीं रह सकते।
लेकिन कुछ लोगों को यह गवारा नहीं मैंने कमेंट सेक्शन में पढ़ा 
Bsdk गुरु नानक के कंधे पर हाथ क्यों रखा 
नकारात्मक टिप्पणियां थी
किसी ने कलाकार की कलाकारी की सराहना नहीं की।
क्यों हम सब अपने आपसी भाईचारे को खत्म कर रहे हैं क्यों
यह किसी झगड़े का विषय है ही नहीं तो भाइयों दिल से उबेर निकालो और दिल मिलकर गले मिलो।



रविवार, 27 दिसंबर 2020

I love my चप्पल

 ए चप्पल तुम्हरा शुक्रिया  जो काटों भरे रास्तों में तक साथ नहीं छोड़ती ,घर पर साथ देती ,यह तक शौचलय में भी साथ नहीं छोड़ती 
रास्ता दुर्गम हो या सरल,   गंदा हो या साफ हर वक्त साथ 
खुद फट जाती फिर भी मेरे पैरो की हिफासत करती,  
Thank you ☺️❣️😻 my dear चप्पल 
कभी मां का हथियार बन जाती , कभी मनचलों को पीटती
कितना कुछ करती है ये चप्पल 




बुधवार, 23 दिसंबर 2020

सोने सा मन

मत कहिए सोने सा मन है उसका , कियुकी हर सोना खरा नहीं होता 

खट्टा मीठा नींबू आचार

वो नींबू सी खट्टी और मै शकर सा मीठा
आचार खट्टा मीठा तो बनना ही था 

वर्तमान में जिओ जीवन का आनंद उठाओ

 वर्तमान में जीना कोई बच्चों से सीखे बेवजह मुस्कुराना खेलना कूदना 


बच्चे कभी depress नहीं होते क्यों क्योंकि वह वर्तमान में जीते हैं और जो वर्तमान में जीता है वह डिप्रेस्ड हो ही नहीं सकता

इसलिए खुशी से जीना है तो वर्तमान में रहन सीखो हमारा मन भूत और भविष्य के बीच डोलता रहता है किसी पेंडुलम घड़ी की तरह

अगल बगल भूत और भविष्य है और बीच में वर्तमान बस आपकी हालत पेंडुलम घड़ी की तरह  हो गई है

भूत के बारे में सोचने से कुछ नहीं मिलेगा आप उसको बदल नहीं सकते चाहे जितना कोशिश कर लीजिए भविष्य में आपके हाथों में नहीं है बस वर्तमान पर पकड़ है उसे पकड़ो और उससे जुड़ जाओ।


बच्चे क्यों डिप्रेस्ड नहीं होते क्योंकि वह वर्तमान में जीते हैं आपने देखा होगा जवान अपने बचपन को याद करता है और बूढ़ा अपनी जवानी को याद करता है। लेकिन बच्चा कुछ याद नहीं करता वह केवल वर्तमान में जीता है और उसको जीता है।




मंगलवार, 22 दिसंबर 2020

छोटा शहर

छोटे शहेर का बड़ा सुकून 
लगता छोटा ,पर है मासूम


छोटे शहर में सुख सुविधाएं तो नहीं होती लेकिन सुकून बड़ा होता है छोटे शहर में मेट्रो नहीं होती हवाई अड्डा नहीं होता मॉल नहीं होती लेकिन सुकून बहुत ज्यादा
अपने बीते हुए कल को एक छोटे शहर में देख पाती हूं मैं पहले छोटे शहर में रहा करती थी मेरे मां-बाप हम दो बहने एक साथ रहा करते थे और उस समय की यादें आज भी तरोताजा हो जाती है 

छोटी सी साइकिल में पूरा मोहल्ला घूम लेते थे मोहल्ले बच्चों की टोलियां घूमा करती थी होली पर तो बच्चों की मौज मस्ती देखते ही बनती थी सुबह से लेकर ही शुरुआत हो जाती थी रंग लगाने की, इतना उत्साह था हर त्यौहार को लेकर जिसका शब्दों में वर्णन करना मुश्किल है चार-पांच दिन पहले से ही रंग पिचकारी और मुखौटा और भोपु लेकर घूमते थे लेकिन आप सब कुछ बदल गया है लोगों को बात करने का शराबी समय नहीं है सब अपने-अपने काम में व्यस्त हैं अभी तो ऐसे लगता है कि कुछ दिनों बाद लोग त्योहार मनाना ही भूल जाएंगे।
लेकिन यह सब चीजें छोटे गांव और शहरों में अभी भी जिंदा है इसलिए ऐसा महसूस होता है जैसे दोबारा वह समय में आ गई हूं ।



रविवार, 20 दिसंबर 2020

आलसी पति

कोई रहता है इस दिल में 
बाहर निकालने का नाम ही नहीं लेता 
दिल जलाता रहता है
गले लगाने का नाम नहीं लेता 
सोता रहता है बिस्तर में पड़े पड़े 
सुबह उठने का नाम नहीं लेता 😃😛😜😜😝



शुक्रवार, 18 दिसंबर 2020

दूसरो को परवाह करना करना बंद कर दो

अपने दिल की सुनो अपने मन की करो जो मन चाहे वह दिल खोलकर लोगों के हिसाब से चलना बंद करो हर बात में लोग क्या सोचेंगे जितना जल्दी इस विचार को आप अपने दिमाग से निकाल देंगे उतने ही जल्दी आप अपने जीवन में खुश रह पाएंगे
रहने का मंत्र यही तरीका है अपने ही धुन मस्ती में जिया जाए
औरों की परवाह करना छोड़ दिया जाए

दूसरे लोग पता है क्या चाहते हैं वह तो चाहते हैं अब इस दुनिया में ही नहीं हो तो बहुत अच्छा होगा तो क्या आप अपने बारे में ऐसा सोचेंगे हरगिज़ नहीं तो फिर हर बात में दूसरों के हिसाब से चलने की क्या जरूरत है आप अपने हितेषी हैं आप अपने स्वयं के बहुत अच्छे मित्र हैं आप अपना भला चाहते हैं आपके लिए आपसे ज्यादा अच्छा और कोई नहीं सोच सकता इसलिए बात बात पर दूसरों की बातों पर गौर करना बंद कर दीजिए
कुछ लोग बहुत ज्यादा सेंसिटिव होते हैं वह लोगों की हर बात को कान लगाकर सुनते हैं जैसे कि वह पड़ोस की कमला मेरे बारे में क्या कह रही थी जरूर मेरी बुराई कर रही होगी

अरे कर रही होगी तो कर रही होगी उसका मुंह उसका दिमाग उसे जो सोचना है वह तो सोचेंगे उसको आप कंट्रोल कर नहीं सकते आप खुद को कंट्रोल कर सकते हो कि आपको कैसे सोचना है जो लोग अपने जीवन में खुद कुछ नहीं कर पाती मैं दूसरों पर टीका टिप्पणी बहुत जल्दी कर लेते हैं।

ऐसे लोगों की परवाह करना बिल्कुल बंद कर दो ऐसे लोग खुद को कुछ काम नहीं रहता है इनके जीवन का कोई लक्ष्य नहीं होता है बस एक ही काम रह जाता है इधर उधर के लोगों की बुराई करना अगर वह अच्छे इंसान होते या अपने लक्ष्य पर केंद्रित होते तो क्या वही है काम करते नहीं एक सफल इंसान को इन सब बातों से कोई परवाह नहीं होती उसे बस अपनी सफलता दिखती है।

आपने सोचा है बिल गेट्स मार्क जुकरबर्ग Elon Musk 
जैसी सफल व्यक्तियों की की क्या विचारधारा रहती है क्या वह दूसरों की आलोचना करने में समय कब आते हैं बिल्कुल भी नहीं वह दिन रात उन्नति के बारे में सोचते हैं वे अपने दिन के 24 घंटों का भरपूर उपयोग करते हैं ।

गुरुवार, 17 दिसंबर 2020

Don't ruin nature's beauty

 इंसान ने अगर अपने bank balance से ज्यदा nature के  balance के बारे में सोचा होता तो शायद imbalace नहीं होता ।

बीता बचपन याद आया

समझदारी कहा से आयेगी, अभी कल ही तो बचपन खतम हुआ 

ऐसा लगता है मानो कल की बात हो छुपा छुपी खेलते हुए 
और खेलकर थककर सो जाना 
किसी चीज़ को ना कोई फ़िक्र न कोई परवाह 
अभी कल ही तो बचपन खतम हुआ है

बॉटल घुमाते घुमाते स्कूल से जाना फिर घर आकर मम्मी को सारी रामायण सुनाना
समझदारी कैसे आए 
अभी तो कल ही बचपन खतम हुआ है 
कॉपी किताब पर कवर चढ़ना ,होता था बहुत बड़ा काम
नया बस्ता टिफिन बॉटल भी खरीदना भी तो नहीं था आम 


बुधवार, 16 दिसंबर 2020

Digital सन्देश

 संदेशे आते है , संदेशे जाते है 

पहले कबूतर जाते थे, चिठ्ठी लाते थे 

whatsap अब आ गया है , तो दिल पूछे जाता है 

Msg कब करो ओ गे ,msg कब करो ओ  गें

कि तुम्हारे hmm बिना ये inbox सूना है 😃🎁😍😃




मंगलवार, 15 दिसंबर 2020

घर का स्वाद

घर के खाने स्वाद कभी कोई नहीं भूल पाता घर के खाने के स्वाद में ही एक अलग ही मजा है घर पर खाना जब मैं पढ़ाई के लिए अपने घर से दूर इंदौर में रहा करती थी मुझे बाहर खाना पड़ता था पर वह स्वाद नहीं था जो मां के हाथ के खाने में था क्योंकि वह प्यार होटल वाला यह बाहर कोई नहीं दे सकता खाने में जान डाल देता है मां के हाथ का बना खाना खाना जब हम बना रहे होते हैं तो बहुत ही ज्यादा जरूरी हो जाता है कि बनाने वाले का स्टेट ऑफ माइंड किया है वह किस मेंटल स्टेट से खाना बना रहा है अगर वह गुस्सा होकर बना रहा है तो खाना बेकार ही बनेगा टेस्टलेस बनेगा इसलिए कहते हैं जब भी खाना बनाओ अच्छे मन से बनाओ बहुत ही टेस्टी बनता है मेरी मां हमेशा कहती थी यह बात और आज भी उस बात पर अमल कर रही हूं सच में खाना बहुत ही टेस्टी बनता है जब भी बनाती हूं
ऊर्जा को खाने में डालिए प्यार से परोसिए 

सोमवार, 14 दिसंबर 2020

बेरोजगार आशिक़

दिल की हसरतें थी तुम्हे, पाने की
बेरोज़गारी ने उनको ज़िंदा गाड़ दिया 

Nagphani cactus

बनना है तो नाग फनी बनो छुईमुई नहीं  



Meri dadi ki kahani


दादी है बहुत याद आती 
कभी हसती थी कभी रुलाती थी
बात ना मानने पर गुस्सा हो जाया करती थी 
कभी बिन बात मम्मी से लड़ जाया करती थी ,
कुछ खट्टी थी कुछ मीठी थी
मेढक  मेढकी की कहानी सुनाया करती थी 
मम्मी वक्त पर खाना ना बना पाए तो 
स्कूल में टिफिन देने आया करती थी 
दिन पसंद नहीं था उनको शायद
इसीलिए
 गाव से हमेशा रात में आया करती थी 


एक अरसा बीत गया उनको गए 
 लेकिन याद कभी कभी आ जाया करती है ।

Happy engagement

ये सिर्फ सगाई की अंगूठी नहीं जीवन भर साथ निभाने का वादा है तुमसे 

शुक्रवार, 11 दिसंबर 2020

बुधवार, 9 दिसंबर 2020

Prakarti ke uphar

सुबह का समय बहुत ही मनमोहक होता है यह मेरा पसंदीदा समय है सुबह का समय ऐसा है कि मानो नव जीवन की शुरुआत 
सुबह का सूरज सकारात्मकता का संदेश लेकर आता है काली रात को दूर कर उजाला फैलाता है
पक्षियों की चहचहाहट का संगीत चारों ओर फैल जाता है प्रकृति हमसे कितना प्यार करती है।
उड़ते हुए आकाश में पक्षी खुला आसमान सुबह की हल्की हल्की भीनी भीनी ठंडक और गरमा गरम चाय आहा बहुत ही खूबसूरत समय होता है दिन का
सुबह ऐसी लगती है मानो किसी बच्चे का जन्म हुआ हो बच्चे की त्वचा कोमल नरम मुलायम होती है वैसे ही सुबह की त्वचा यानी सुबह का वातावरण कोमल स्वच्छ साफ होता है इसलिए भोर का समय मुझे बेहद पसंद है 
हमें प्रकृति का आभार व्यक्त करना चाहिए जो हमारे लिए इतना कुछ करती है शारीरिक और मानसिक रूप से दोनों रूप से

मंगलवार, 8 दिसंबर 2020

Don't try to control someone

 अक्सर हम दूसरों में परफेक्शन चाहते हैं हम चाहते हैं कि दूसरा हमारी सोच के मुताबिक चले पूरी तरह से जैसा हम चाहते हैं वैसा ही हमारे साथ व्यवहार करें पर ऐसा क्या संभव है बिल्कुल नहीं वह अपने आचरण के मुताबिक ही व्यवहार करता है मैं अपने पुराने संस्कार से ही आचरण करता है जो उसने अपनी past लाइफ में सीखा होता है वही वह अपने वर्तमान में दोहराता है जब आप खुद दूसरों के अनुसार नहीं चल सकते तो दूसरों से क्यों उमीद लगाते हो कैसे उम्मीद लगा सकते कि वह तुम्हारे हिसाब से चलेगा

सबके अपने खुद के विचार होते हैं लो लोग दूसरों को अपने हिसाब से चलाना चाहते हैं वह चाहते हैं जैसे चाबी हम भरे वैसे ही चले   मेरे हिसाब से चले ऐसा नहीं होता हम इंसान हैं कोई खिलौना नहीं सबको स्वतंत्रता चाहिए

एक टीचर अपने स्टूडेंट से क्या चाहता है कि वह उसके उम्मीदों पर खरा उतरे और अच्छे मार्क्स लाइक वह जो कहे उसे करें पर क्या वह पूरी तरह से करता है हंड्रेड परसेंट कोई भी किसी के हिसाब से नहीं चलता सबका अपना अलग-अलग हिसाब है इसलिए हमें किसी की जिंदगी में बेवजह दखल नहीं देना चाहते रिश्ते खराब तो होते ही हैं बल्कि हमारे दिल का सुकून भी चला जाता है इसलिए दूसरों को स्वतंत्रता दे ।

कंट्रोल करने की भावना से तनाव में आ जाता है मन की शांति चली जाती है जितना आप कंट्रोल करने की जा रखोगे उतने ही तनाव में जाते जाओगे । 


रविवार, 6 दिसंबर 2020

Strong mind

 इंसान को अपने मन को  मोटी चमड़ी का बना लेना चाहिए गेंडे की तरह ,उस पर बंदूक की गोली का कोई असर नहीं होता 


जरा सी बात पर आ ऊ करने वाले लोग कृपया गौर करे इस बात पर आप की भलाई इसी में है ।

अहंकार

अहंकार को गले लगाने से बेहतर है किसी इंसान को गले लगाना 

नज़रे ना चुराया कर

 हमसे नज़रे मत चुराया करो , नहीं तो दिल के लॉकअप में बंद कर लेंगे 


परवाह करना छोड़ दो

अपने दिल और दिमाग को परवाह करो दूसरो के परवाह करना छोड़ दो 
ज़िन्दगी को खुल कर बिंदास जिओ पंख लगा लो अरमानों में 
मन को स्वतंत्र खुले आकाश में घूमने दो मत सोचो कोई कोई क्या कहेगा 
बस जो दिल कहे वो करते जाओ 
प्यारी सी मुस्कान लाओ  चेहरे पर चुरा लो इस दिन के  खजाने को को ईश्वर ने तुम्हे उपहार स्वरूप दिया है 
दम भर के जिओ दम घोट कर नहीं 
हा यही पल है यही वो लम्हा है जो केवल तुम्हारे लिए बना है 


मंगलवार, 1 दिसंबर 2020

तरह तरह के लोग


    Life में कुछ लोग इतने irritating होते है  ,

    कि अगर वो ऊपर चले जाए तो नीचे शांति हो जाती है ।

    गुरुवार, 29 अक्टूबर 2020

    जीवन का सफर

     



    आज जवान है तो बचपन याद करते हैं

    जब बूढ़े हो जाएंगे तो जवानी याद करेंगे 

    और जब मृत्यु शया  पर होगे तब पूरी ज़िन्दगी याद करेंगे 

    सोमवार, 19 अक्टूबर 2020

    Dhinchak pooja funny 😂😂


     आवाज़ दो हमको हमको हम बहरे हो गए 

    Earphone पे गाना सुन सुन कर हम ,कान फोड़ लिए 

    मर जाएंगे हम अगर , एकबार भी dhinchak pooja को सुन लिए 




    I love you 💛❤️😘😘 मा

     मै पूजा तो नहीं करती लेकिन अपनी मा की बात सुनती हूं

    मै दिया तो नहीं जलाती ,मा के हाथ ना जले इसलिेए रोटी मै बना लेती हूं 

    मै भोग  तो नहीं लगाती ,लेकिन अपनी मा को अपने हाथो से खाना खिला लेती हूं

    मै भंडारा तो नहीं करती लेकिन अपनी मा को अक्सर 5 starhotel ले जाती हूं 

    मै मंदिर में चुनरी तो नहीं  उड़ाती लेकिन अपनी मा को सुंदर साड़ी दिला देती हूं 

    मंदिर में माथा टेकने भले ना जाऊं ,रोज़ मा के पैर छूकर आशीष जरूर लेती हूं 




    मुफ्त का ज्ञान

    बेवफाई के दौर में वफ़ा की उम्मीद मत रखिए 
    2000 के नोट के समय में 1000 मिलना मुश्किल है 
    इसलिए   जेब में हमेशा 500 के नोट रखिए 
    नहीं तो   खुल्ले कराने के लिए दर दर भटकिए 
    मुफ्त का  ज्ञान है लो नहीं तो  आगे बढ़िए 

    मंगलवार, 13 अक्टूबर 2020

    Baba ka dhaba

    बाबा अगर 80 साल का होकर dhaba चला सकता है तो तुम 
    Bata तो चला ही सकते हो 
    😁


    जीवन ऐसे जिओ

     जीवन बहुत ही छोटा है इसे खुल कर जिओ ऐसा ना हो जब मौत दस्तक देने लगे  तब यमराज से बोलो जरा रुको कुछ और काम करने हैं जरूरी काम है थोड़ा सा और जी लेने दो

    मेरी मानो अगर तुमने जिंदगी को खुलकर नहीं जिया आनंदपूर्वक नहीं जिया तो अभी रुको और जरा सोचो मृत्यु शैया पर लेटे हुए तुम बस यही सोच रहे हो अपने बीते हुए सालों में तुमने क्या-क्या किया।

    जिस तरह हम दिन समाप्त होने पर अपने मस्तिष्क में विचार करते हैं कि आज मैंने क्या-क्या किया क्या ऐसा काम किया जिसस मेरा आज का दिन सबसे बेहतर हो पाया यह मनुष्य के दिमाग की स्वचालित प्रक्रिया है इसे हम रुक नहीं सकते मस्तिष्क दिन समाप्त होने पर पुनरावलोकन करता है आज ये काम तो कर लिया लेकिन ये काम तो शेष रह गया मैं जल्द ही इसे आने वाले दिनों में निपटा लूंगा

    कुछ लोग डायरी लिखना पसंद करते हैं जिसमें वह दिन में किए हुए कार्य का लेखा-जोखा लिखते हैं उन्हें पता होता है उन्होंने कौन से काम किए और कौन से करना बाकी है 

    दैनिक लक्ष्य बनाते हैं साप्ताहिक लक्ष्य बनाते हैं वार्षिक लक्ष्य बनाते हैं और जीवन का लक्ष्य का क्या 

    लक्ष्य को प्राप्त करने के होड़ में हम बहुत कुछ पीछे छोड़ आते हैं वह है हमारा जीवन को आनंद पूर्वक और खुले मन से जीना


    मुझे खुशी है कि मैं उम्र के सही पड़ाव पर यह जान गई की जीवन को प्रसन्नता पूर्वक जीना चाहिए ईश्वर का आभार व्यक्त करना चाहिए हर दिन हर समय

    मैं अपने जीवन में पीछे मुड़कर देखती हूं तो मैंने बहुत से अच्छे कार्य किए अपने लक्ष्यों को हासिल किया लेकिन एक चीज चीज मिसिंग थी वह थी अपने जीवन को प्रसन्नता पूर्वक जीना और वर्तमान में रहकर उसका पूरा मजा उठाना बस यही रह गया

    मैं यही कहना चाहती हूं आज के दिन आप अभी इसी समय इसी क्षण रुके आपकी जो उम्र है उससे 5 साल पीछे देखिए फिर 5 साल पीछे देखें और सोचिए क्या मैंने अपना जीवन प्रसन्नता पूर्वक जिया या मैंने अपना सारा जीवन दुनिया के का प्रपंचों और लड़ाई झगड़ा रूठना मनाना किसी का दिल दुखाया

    यह सब किया 

    जीवन एक लंबी सड़क की तरह है जहां से चलना शुरू किया था (जन्म) सब हमें पता है लेकिन कहां तक जाना है यह नहीं पता

    हम सभी इंसान, जीवन रूपी सड़क पर चल रहे हैं किसी के चलने की शुरुआत हमारे साथ हुई और किसी के हमारे बाद 

    और किसी के सफर की शुरुआत हमारे बीच सफर के दौरान हुई जैसे कि हमारे बच्चे हम अपनी जीवन रूपी सड़क पर काफी सफर तय कर लेते हैं तभी हमारे बच्चों का जन्म होता है हमें काफी अनुभव हो जाता है की कैसे जीना है कैसे जीवन रूपी सड़क पर चलना है, कुछ महा अनुभवी लोग


    हमें सिखातें है की किस प्रकार जीवन जिया जाए हमें उनकी बात सुनना चाहिए 

    Regret karne ke liye kuch mat chorna 

    Kynki bhai ye jeevan क्षणभंगुर है।☺✌

    सोमवार, 12 अक्टूबर 2020

    प्याज़ के दाम


    प्याज़ होती है बड़ी निराली 
    कभी हसाती तो कभी रुलाती 
    कभी अपने पास बुलाती 
    मुझे अपने घर में रख लो ये कह कर चिढाती
    कभी आसमान पर चढ़ जाती (महंगी)
    तो कभी जमीन में लुड़क जाती (सस्ती)
    जब भी मेरी कढ़ाई में जाती 
    स्वाद खाने का बढ़ा जाती 
    बिना इसके खाने में रह ना जाए कोई दम ख़म
    इसीलिए तो शलजम  कहते  इसे हम 😂😀😀😀😀😀

    3 साल की बेटी से रेप

      3 साल की बेटी से रेप

    देखकर होता है बड़ा खेद

    अगर नहीं है खुद के घर में safe

    बंद करो फिर ये इंसाफ का झूठा खेल 

    मिल जाता इंसाफ अगर इतनी आसानी से 

    तो होता ना आबरू से इनकी कोई खेल किसी दुराचारी से,

    कहना बस ये चाहती हूं मै इस कविता से 

    कैंडल जलाकर भले ना हमदर्दी जताओ

    लेकिन बेटो को अच्छी बातें जरूर सिखाओ

    तभी बलात्कार जैसी घंटनाओ में कमी आयेगी

    बेटियां फिर से सर उठा कर चल पाएंगी






    सोमवार, 28 सितंबर 2020

    दिल चाहता है

    कभी कभी  दिल चाहता है उसे फिर से पा लू ,पर शायद ये मुमकिन नहीं 

    बड़ी दूर आ गए है हम ,वापस उस दोराहे पर जाने की हिम्मत नहीं 

    पलटकर देखा ना एक पल भी हमें जाते हुए ,हम फिर कियू फिकर करे 

    अच्छा होगा ज़िन्दगी में आगे बढ़े 

    आत्मविश्वास

    जिन्हे पंखों का सहारा, हो वो गिरने से नहीं डरते 


    शनिवार, 12 सितंबर 2020

    Significance of flow of love

     प्यार का प्रवाह हर जगह होता है यह प्रभाव हमें जीवन के कई रिश्ते में देखने को मिलता है जैसे कि भाई के प्रेम का बहन की और प्रभा माता-पिता की प्रेम का बच्चों पर प्रवाह

    यह प्रवाह निरंतर चलता ही रहता है प्रेम का प्रभाव झरने के प्रवाह की तरह है यह निरंतर चलता ही रहता है अगर इसका प्रवाह रुक गया तो जीवन नीरस हो जाएगा बेरंग हो जाएगा प्यार का प्रभाव सबसे खूबसूरत तब होता है जब एक नन्ही सी जान एक मां के गर्भ में पल रही होती है उस प्रेम का प्रवाह शिशु मां के द्वारा महसूस कर सकता है वह महसूस कर सकता है असीम प्रेम के प्रवाह को यह बेहद जरूरी है 

    प्रेम के प्रभाव को हर कोई महसूस कर सकता है इंसान कितना भी दुर्जन क्यों ना हो असीम प्रेम देने पर वह बदल जाता है

    प्रेम की प्रवाह का नियम ऊष्मा के संवहन के नियम की तरह है ऊष्मा के संवहन के नियम के अनुसार ऊष्मा जाने की गर्मी अधिक ताप से कम ताप की ओर प्रवाहित होती है ठीक उसी प्रकार प्रेम भी अधिक प्रेम रखने वाले इंसान से कम प्रेम रखने वाले इंसान की ओर प्रवाहित होता है।।



    सोमवार, 25 मई 2020

    नशीली आंखें

    आंखे इतनी नशीली है कि
    मदहोशी छा जाए 
    कैसे बचाए इस दिल को कोई
    जब तीखे नयनों से कोई बाण चलाए

    शनिवार, 23 मई 2020

    सफलता की कुंजी मेहनत

    मेहनत है वह हथियार पाओगे जिससे तुम सफलता अपार
    मेहनत किस्मत खोलने की वो चाबी है जिसका हर कोई ना आदी है
    तुम कोशिश करके तो देखो, मुट्ठी में होगा सारा आसमान
    मेहनत करके ही तो रस्सी ने पत्थर पर निशान बनाया
    हजार बार असफल होकर ही एडिसन ने बल्ब बनाया
    समय नष्ट ना करो बार बार  कोशिश करके देखो तो एक बार 
    सफलता मिलेगी ही मिलेगी तुम्हे हर बार

    गुरुवार, 21 मई 2020

    चालाकी और भोलापन कब और कहां उपयोग करें इसका हमेशा ध्यान रखें

    बचपन में घर घर खेलते खेलते पता ही नहीं चला मैं कब  मैं बड़ी हो गई और यह साथ में खिलौने वाले बर्तन भी बड़े हो गए हैं जिम्मेदारी में भी बड़ी हो गई है पहले हम छोटे थे खेल खिलौने छोटे थे आकांक्षाएं छोटी थी पैसों की चाहत छोटी थी सब कुछ बढ़ गया है जरूरतें बढ़ गई हैं और शान बढ़ गई हैं अहंकार बढ़ गया है शरीर बढ़ गया है बुद्धि बढ़ गई है बस एक ही चीज घट गई है मासूमियत
    मासूमियत ने  तजुर्बा तो दे दिया लेकिन   मासूमियत छीन ली
    लेकिन शायद यह वक्त की जरूरत भी है जैसे कि मासूमियत बचपन में ही सही है आज के समय में जो मासूम है बोला है उसकी कोई इज्जत नहीं है उसे कोई भी बेवकूफ बना सकता है जीवन में अगर जीना है तो चाणक बनकर ही जीना पड़ता है बच्चा जब धीरे-धीरे बड़ा होता है तब उसने चालाकियां आने लगते हैं और मासूमियत खोने लगती है जिंदगी को जैसे जरूरत होती है वह अपने हिसाब से चलती है जो कुछ भी होता है सब अच्छा ही होता है इसलिए just go with the flow of life 

    इसका यह कतई मतलब नहीं है कि आप फ्लो ऑफ लाइफ में कुछ ऐसा कर जाओ जो कि अनैतिक हो नहीं ऐसा नहीं आप अपने जज बनो चीजों को देखो क्या सही है और क्या गलत कहां मासूमियत ठीक रहेगी कहां चालाकी से काम चलेगा
    अपने घर परिवार में मासूम बन कर रहो क्योंकि सबके दिल आपके पति अच्छे ही होंगे लेकिन बाहर निकल के उस मासूम दिल को एक कोने में रख कर बाहर निकलो।
    नहीं तो दुनिया वह चांटा मारेगी जिससे लालपन वर्षों तक कायम रहेगा इसलिए मासूमियत और चालाकी दोनों ही जरूरी है इन दोनों का उचित मात्रा में अनुपात अपने हृदय में रखो और सही समय आने पर इनका उपयोग करो।
    अगर आप घर परिवार में चालाकी यानी दिमाग से काम लेंगे दिल से नहीं तो परिवार बिखर जाएगा क्योंकि वहां चालाकी की जरूरत है ही नहीं और बाहर वालों हो मासूमी दिखाओगे तो वह तुम्हें लूट कर रख लेंगे।

    गुरुवार, 14 मई 2020

    गरीबी कि परिभाषा

    गरीबी क्या होती है ये उस मजदूर से पूछो जिसे दो वक़्त की रोटी के लिए दो हजार कदम चलना पड़ता है।

    बुधवार, 13 मई 2020

    गलती की सजा है

    माना हर गलती की एक सजा है लेकिन  एक मौका देने से भी तो इंसान सुधरा है
    क्या करे इंसान भी मिट्टी का पुतला है, नाकी खुदा  है 
    गलती को माफ़ कर आगे  बढ़ो इसी में तुम्हारे तन और मन का भला है

    नहीं तो ऊपर वाला भी तुम्हारा कचा चिठ्ठा लेकर खडा है।


    नवरंग: Ma baap shayari

    नवरंग: Ma baap shayari: आंखो में ख्वाब चाहे जितने बड़े हो पैर जमीन पर ही रखना चाहे  जितने ऊपर तुम उठ जाओ मा बाप को दिल में ही रखना बड़े लाड प्यार से पाला है तु...

    Ma baap shayari

    आंखो में ख्वाब चाहे जितने बड़े हो पैर जमीन पर ही रखना
    चाहे  जितने ऊपर तुम उठ जाओ मा बाप को दिल में ही रखना
    बड़े लाड प्यार से पाला है तुमको क्या पता
    इस बात से तुमको क्या फर्क पड़ता
    भूल गए हो ज़िन्दगी कि दौड़ में उनको तुम
    बेसहारा उनको मत करना
    मेरी एक बात याद रखना ,ख्वाब चाहे जितने बड़े हो पैर ज़मीन पर ही रखना 

    मंगलवार, 12 मई 2020

    गरीबी एक अभिशाप

    गरीबी सबसे बड़ा दुख है दुख में कोई भी नहीं रहना चाहता सबके हिस्से में खुशियां आएं यह सभी चाहते हैं लेकिन इंसान भी क्या करें वह भी किस्मत के आगे मजबूर ही है चप्पल घिस जाती है और जीने का हौसला नहीं दिल में जीने की आशा हर पल रहती हैं गरीबी में जीना जंगल के संघर्ष की तरह जीना हैजिस प्रकार जंगल के सभी जानवरों को जिंदा रहने के लिए प्रकृति के साथ संघर्ष करना होता है ठीक उसी प्रकार इंसान को भी अपने सर्वाइवल के लिए लड़ना पड़ता है इस संसार में हर जगह रजिस्टेंस है यानी प्रतिरोध अमीर को और अमीर बनने के लिए और अधिक श्रम समय और अधिक ताकत की जरूरत होती है वैसे ही करीब को पेट पालने या जीवन जीने के लिए कुछ ना कुछ करना पड़ता है
    हम इस दुनिया में रजिस्टेंस का सामना करते हुए ही आए हैं शुरुआत से जैसे कि पिता के स्पर्म से माता के अंडाणु तक पहुंचने में भी हमें कुछ प्रतिरोध का सामना करना पड़ा और प्रतिरोध का सामना करने के बाद ही हम अस्तित्व में आए सरल शब्दों में कहा जाए तो जीवन एक संघर्ष ही है जो लड़ेगा वह आगे बढ़ेगा

    Periods ka khoon

    तुम आज किचन में नहीं जाओगे और किसी को हाथ नहीं लगाओगे मंदिर नहीं जाओगी यह कुछ ऐसी बातें हैं जिओ महिलाओं से उनके माहवारी के समय कहीं जाति हैं क्यों आखिर क्यों माहवारी में औरत अपवित्र हो जाती है बाकी के दिनों में वह शुद्ध होती है जिस खून के द्वारा तुम खुद बनते हो उसी खून से घृणा क्यों
    सच है आदमी इस पीड़ा को समझ ही नहीं सकता गर्भावस्था के दौरान पीला तो उसे सहन करनी होती है साथ ही साथ उससे कई समय पहले फर्टाइल होने के लिए पीरियड्स को भी सहना होता है मतलब औरत की पूरी जिंदगी सहन करने में ही चली जाती है सहनशक्ति की मिसाल है
     औरत और कुछ मूर्ख कहते हैं औरत कुछ काम की नहीं
    औरत जननी है उसी से जीवन की उत्पत्ति होती है जीवन उसमें पलता है इसलिए उसकी इज्जत करो।

    अंखियों में निंदिया कैसे आए

    अंखियों में निंदिया कैसे आए 
    बंद करते ही एक  अधूरा सपना छा जाए
    पूरा करने को जी ललचाए 
    मेहनत करने से ना घबराए
    फिर एक दिन सफलता मिल ही जाए


    सोमवार, 11 मई 2020

    अफसाना बन गया

    होना था जो हो गया हमें प्यार हो गया
    अफसाना बन गया तू मेरा दिलदार बन गया

    बहुत था रोका इस दिल को लेकिन ये तो तेरी बाहों में सो गया
    होना था जो वो हो गया कि हमें प्यार हो गया

    सांसों को कहा ना जा छोड़कर मुझे यूं , 
    O रब्बा मेरा क्या ये हाल हो गया 
    अफसाना बन गया वो मेरा दिलदार बन गया


    maa shayari

    बहुत कुछ लिखा था मा के लिए अपनी कविता में
    क्या करू काग़ज़ गीला हो गया लिखते लिखते
    माफ़ करना दोस्तो

    ज़िन्दगी के रंग

    ज़िन्दगी के नवरंगो से रंग लो अपना जीवन
    हर रंग का अलग रंग है
    रंग में उमंग है
    उमंग में खुशी है और खुशी में ज़िन्दगी है।

    Na Jane kis mod par aa gyi zindagi

    Na jane kis mod par aa gye hai na koi kashti dikhti na ,na koi kinara
    Na rasta dikhta hai na koi manzil 
    Bas ek choti si asaha dil ke kisi kone mein bol rahi hai .....
    Uth kuch kar bhid ja samandar ke en toofano se 
    Ladkar hi tujhko milegi manzil
    Yun thak harkar kisi ki vijay nhi hui
    Jo ladega wo jeetega 

    शनिवार, 9 मई 2020

    मन कितना चंचल है इंसान चंचल हो ना हो लेकिन मन चंचल जरूर होता है मन की प्रकृति ही है इसका चंचल स्वभाव आदमी चाहे कितना भी साधारण सीधा सरल क्यों ना हो लेकिन उसका मन चंचल ही होता है इधर-उधर भागना उसकी प्रवृत्ति होती है और जो लोग अपने मन को एक जगह पर टिका कर रखते हैं वही लोग शांत होते हैं
    अगर मन को अपने बस में करना चाहते हो तो मन के विचारों से लड़ो मत लड़ाई करोगे उलझ जाओगे मन में चलने वाले विचार को एक मूकदर्शक की भांति देखो ना उनम अच्छा बोलो ना खराब बोलो बस चुपचाप देखते रहो वह आएंगे और चले जाएंगे thoughts are like passing clouds

    शनिवार, 2 मई 2020

    कदर करना है तो अभी करो मुर्दों से क्या बात करते हो सहानुभूति की

    जीते जी इंसान कदर क्यों नहीं करता पता नहीं इंसान की यह कैसी प्रवृति है जब कोई मर जाता है तभी उसे उस पर बहुत प्यार आता है और जब जिंदा होता है तो उसे किसी कचरे के डिब्बे की तरह ट्रीट किया जाता है क्यों आखिर ऐसा क्यों है क्योंकि इंसान दो चेहरे रखता है एक चेहरा असलियत का और दूसरा चेहरा दिखाने का जब इंसान जिंदा रहता है तो उसे इंसान की कदर नहीं रहती वह अपनी असलियत में रहता है जैसे ही वह इंसान मर जाता है तो दूसरों को यह दिखाने के लिए कि मैं कितना दुखी हूं उस इंसान के चले जाने से वह रोता है
    दिखावे के साथ लोग कैसे जी लेते हैं यह तो मुझे अभी भी समझ में नहीं आता दिखावे से जीना यह काम बस दुष्ट प्रवृत्ति के लोग ही कर सकते हैं जो इंसान सरल है सच्चा है उससे दिखावे का काम नहीं होता हो ही नहीं सकता उससे
    अगर कोई इंसान बहुत दिखावा करता है अच्छे होने का तो समझ जाइए वह इंसान अंदर से कपटी और छलिया है वह अच्छे होने का सिर्फ मुखौटा पहने हुए हैं दिल से अच्छा होना बेहद कठिन है ये हर किसी के बस की बात नहीं इसके लिए निश्चल वह निष्कपट होना जरूरी है।
    आप अपने आसपास देखिए जब कभी कोई बात आपको असहज महसूस कराएं या आपको खुद ऐसा महसूस हो कि यह इंसान इतना अच्छा कैसे हो सकता है उसके कारण पर जाइए जड़ तक जाइए।

    शुक्रवार, 1 मई 2020

    Chale gye wo na jane kis sansaar mein
    Ayenge na ab hazar minnate kar lo
    Jab zinda the to kadra na ki
    Ab jab nahi rahe to unka gungan kar rahe ho
    Ajeeb hai insan bhi
    Admi ki keemat uske marne ke baad hi kyn hoti hai

    शुक्रवार, 24 अप्रैल 2020

    मुर्दों से क्या सिकायत करना

    एक बार जो दिल से उतर गया
    मुर्दा हो गया मेरे लिए
    जब भी दर्द देते है वो
    तब ये दिल ये सोचकर उन्हें माफ़ कर देता है
    यार मुर्दों से क्या शिकायत करना
    मै तो जिंदा हूं मुझे अपना है ख्याल रखना
    दूसरो की बात को दिल पर मत लेना
    हमेशा हस्ते और मुस्कुराते रहना

    रविवार, 12 अप्रैल 2020

    मुझे खुद से प्यार करने की फुर्सत मिलती नहीं
    दूसरो से नफ़रत ख़ाक करूंगी

    गुरुवार, 27 फ़रवरी 2020

    दिल तोड़ के ना जा

    Jana hai to ja par dil tod ke na ja
    Dil ka ilaj bahut mahga ho gya hai aajkal
    जाना है तो जा पर दिल तोड़ के ना जा
    दिल का इलाज बहुत महंगा हो गया है आजकल

    Tension free rahne ka

    Tension free Rahane ka ek hi to secret
    पPoochho kya kya kya
    Masti Mein ghumo Masti Mein Gaon
    Masti Mein Masti Mein gaao

    Phir bhi sala na jaye ye tension to bolo is dil ko
    Yar take it easy man

    Just win your heart, don't take it for grant
    Masti mein jhumo masti mein gao







    बुधवार, 12 फ़रवरी 2020

    झिलमिल सितारे उतर आए है आसमा में

    ये झिलमिल सितारे उतर आए हैं जमीन पर
    अब मैं इनका क्या करूं ,बांध लू मुट्ठी में या छोड़ दूं आसमा में



    दूसरो को खुशी कैसे दे

    क्या आप उनमें से जो दूसरों को खुश रखना चाहते हैं दूसरों को खुशी देखकर आपको भी खुशी होती है और दुखी देखकर आपको भी दुख होता है दूसरों को खुश रखने का एक ही तरीका है खुद खुश हो जाओ जब तक आप अंदर से खुद खुश नहीं होंगे तब तक आप दूसरों को खुशी दे ही नहीं सकते जो जिसके पास होता है वह वही दे पाता है जिसके पास प्रेम होता है और प्रेम देता है नफरत होती है वह नफरत दे पाता है इसी प्रकार अगर आप खुश रहेंगे अंदर से वही दूसरो को दे पाएंगे उदाहरण के रूप में समझते हैं सूरज जो कि उर्जा का एक प्रमुख स्त्रोत पूरी दुनिया को अपनी उर्जा से चलाता है बिना सूरज के जीवन संभव ही नहीं है बिना सूरज की गर्मी से कुछ नहीं हो सकता कोई काम नहीं हो सकता सूरज की वजह से ही गर्मी है हर मौसम में बरसात है ठंडी है हमें इतनी भुजा कहां से दे पा रहा है सोचा है कभी क्योंकि वह अपने अंदर इतनी सारी भुजा समाए हुए हैं जिसे रेडिएट कर रहा है ठीक इसी प्रकार इंसान को या किसी भी वस्तु को जो देना चाहता है उसे वही गुण अपने अंदर समाहित करना होगा अगर एक फूल चाहता है कि मैं सबको सुंदर-सुंदर था उसे ग्रहण करनी होगी तभी वह सुंदरता बिखेर पाएगा ठीक इसी प्रकार इंसान को जो कुछ भी चाहिए या जो कुछ भी वह दूसरों को देना चाहता है उसे वह गुण अपने अंदर समा लेने होंगे तभी आप दूसरों को खुशी दे पाएंगे आज से ही संकल्प करिए कि आप हमेशा खुश रहेंगे अपना ख्याल रखेंगे अपने आपको संवारेंगे

    मंगलवार, 11 फ़रवरी 2020

    जिन्हें हम प्यार करते हैं उन्हें माफ कर देते हैं

    Jinhe Ham Pyar karte Hain unhen Ham maaf kar dete Hain
    Aur jinhen ham Pyar nahin karte unhen Saja dete Hain kabhi maaf nahin karte

     जिन्हें हम प्यार करते हैं उन्हें हम माफ कर देते हैं और जिन्हें हम प्यार नहीं करते उन्हें सजा देते हैं कभी माफ नहीं करते

    रविवार, 9 फ़रवरी 2020

    Do वक़्त की रोटी

    दो वक़्त की रोटी के लिए दो वक़्त कमाता है
    बच्चो की भूख का ही सवाल है साहब   वरना हमको तो भूखा भी सोना आता है

    शुक्रवार, 7 फ़रवरी 2020

    Naina ki mat suniyo re

    Naina ki mat suniyo re Naina bade baap re dikhai ko aap har kadam har dam sawari nainon mein main vah Jo samay har Koi Jaan ke inmein Hans ke yah bataen
    Tujhe hi bas tujhe hi paye
    Delhi lekin yah baat har baat chhupa hi chhupaye
    Kya Karen Ishq mein laaj sharm to aaye hi aaye kaise bataen kisko bataen ,

    नैना की मत सुनियो रे नैना बड़े बावरे
    दिखाएं ख्वाब हर दम हर कदम सांवरे
    नैनन में  वो जो समाए
    हर कोई झांके इनमें हस के बताए
    तुझे ही बस तुझे ही पाए
    दिल ये लेकिन ये बात हर बार छुपाए ही छुपाए
    क्या करे इश्क़ में लाज शरम तो आए ही आए
    कैसे बताए किसको बताए  

    शुक्रवार, 31 जनवरी 2020

    Corona virus

    सुन लिया कुदरत ने मासूम जानवरों का रोना
    लो जी आ गया मौत का पैगाम लेकर कोरोना

    ज़िन्दगी की रफ्तार

    ए जिंदगी जरा धीरे धीरे चल ना तेरी इस तेज रफ्तार में मेरे  कई ख्वाब अधूरे रह गए
    उड़ना था आसमानों में पंख फैला कर , ज़मी पर पाव पसारे राह गए

    आंखों में नमी

    आंखों में बरसात के बाद जब वो नमी सूख जाती है ना तब ज़िन्दगी का रास्ता साफ दिखाई देने लगता है 

    शुक्रवार, 17 जनवरी 2020

    Apno ka saath

    Zindagi ke do  panno pe likh di saree kahani
    Padhkar samjh le ae zamane agar samjh sako to
    Kahi dikhega gum jee bhar ke, paoge khushiyan kahi
    Likha jaha dard waha thamane wale hath kahi choot gaye the
    Jaha dekhe muskurahat sabdo mein to jaan lena kisi ne aakar phir se tham liya dagmagatie palo mein


    क़ीमत

    क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी