रविवार, 6 दिसंबर 2020

परवाह करना छोड़ दो

अपने दिल और दिमाग को परवाह करो दूसरो के परवाह करना छोड़ दो 
ज़िन्दगी को खुल कर बिंदास जिओ पंख लगा लो अरमानों में 
मन को स्वतंत्र खुले आकाश में घूमने दो मत सोचो कोई कोई क्या कहेगा 
बस जो दिल कहे वो करते जाओ 
प्यारी सी मुस्कान लाओ  चेहरे पर चुरा लो इस दिन के  खजाने को को ईश्वर ने तुम्हे उपहार स्वरूप दिया है 
दम भर के जिओ दम घोट कर नहीं 
हा यही पल है यही वो लम्हा है जो केवल तुम्हारे लिए बना है 


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क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी