मंगलवार, 12 मई 2020

Periods ka khoon

तुम आज किचन में नहीं जाओगे और किसी को हाथ नहीं लगाओगे मंदिर नहीं जाओगी यह कुछ ऐसी बातें हैं जिओ महिलाओं से उनके माहवारी के समय कहीं जाति हैं क्यों आखिर क्यों माहवारी में औरत अपवित्र हो जाती है बाकी के दिनों में वह शुद्ध होती है जिस खून के द्वारा तुम खुद बनते हो उसी खून से घृणा क्यों
सच है आदमी इस पीड़ा को समझ ही नहीं सकता गर्भावस्था के दौरान पीला तो उसे सहन करनी होती है साथ ही साथ उससे कई समय पहले फर्टाइल होने के लिए पीरियड्स को भी सहना होता है मतलब औरत की पूरी जिंदगी सहन करने में ही चली जाती है सहनशक्ति की मिसाल है
 औरत और कुछ मूर्ख कहते हैं औरत कुछ काम की नहीं
औरत जननी है उसी से जीवन की उत्पत्ति होती है जीवन उसमें पलता है इसलिए उसकी इज्जत करो।

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क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी