वक़्त ज़रा रुक जा ना तुझे इतनी भी क्या जल्दी है
थोड़ी थोड़ी बचपन कि यादें समेट लेने दे
वो आंगन में घर घर खेलना लुका छिपी का खेल में खो जाने दे
मा के हाथ के बने खाने का स्वाद फिर से चख लेने दे
पापा की गाड़ी के पीछे बैठकर घूम लेने दे
वक़्त ज़रा रुक जा ना तुझे इतनी भी क्या जल्दी है
थोड़ी थोड़ी बचपन कि यादें समेट लेने दे
वो आंगन में घर घर खेलना लुका छिपी का खेल में खो जाने दे
मा के हाथ के बने खाने का स्वाद फिर से चख लेने दे
पापा की गाड़ी के पीछे बैठकर घूम लेने दे
वक़्त ज़रा रुक जा ना तुझे इतनी भी क्या जल्दी है
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