ए मेरी कलम बन जा मेरी संगिनी और तोड़ दे सारी बंदिशें
तू लिख जो मेरा दिल कहता है
मन के अंदर की हलचल शब्दों के रूप में
कागज पर आने को मचल रही है
सही गलत और विचारों के अंतर्द्वंद को हटाकर उसे तू अपनी स्याही से जीवंत बना दे
ए मेरी कलम बन जा मेरी संगिनी तोड़ दे सारी बंदिशें तू बस लिख जो मेरा दिल कहता है।
ऐ कलम बन जा तू ऐसा हथियार जो मिटा डाले नामोनिशान सामाजिक बुराइयों का
कवि की कलम से सिफारिश।
Suchitra
तू लिख जो मेरा दिल कहता है
मन के अंदर की हलचल शब्दों के रूप में
कागज पर आने को मचल रही है
सही गलत और विचारों के अंतर्द्वंद को हटाकर उसे तू अपनी स्याही से जीवंत बना दे
ए मेरी कलम बन जा मेरी संगिनी तोड़ दे सारी बंदिशें तू बस लिख जो मेरा दिल कहता है।
ऐ कलम बन जा तू ऐसा हथियार जो मिटा डाले नामोनिशान सामाजिक बुराइयों का
कवि की कलम से सिफारिश।
Suchitra
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