बुधवार, 27 जुलाई 2022

ज्वाला नाम था उसका

 ज्वाला नाम था उसका ज़िंदगी मे आग लगाके चली गई

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क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी