शुक्रवार, 22 जुलाई 2022

आशीर्वाद

 सर मेरा हाथ तुम्हारा 

मेरी ज़िंदगी और क्या ……आशीर्वाद तुम्हारा 


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क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी