बुधवार, 13 जुलाई 2022

उनकी हँसी

 Wo apni hasi se bhi kya kamaal kiye  jate hai 

Lakh gum ho dil me muskurat ke neeche dabaye chale jate hai 

वो अपनी हँसी से भी क्या कमाल किए जाते है,

लाख ग़म हो दिल मे मुस्कुराहट के नीचे दबाये चले जाते है

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क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी