Wo apni hasi se bhi kya kamaal kiye jate hai
Lakh gum ho dil me muskurat ke neeche dabaye chale jate hai
वो अपनी हँसी से भी क्या कमाल किए जाते है,
लाख ग़म हो दिल मे मुस्कुराहट के नीचे दबाये चले जाते है
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क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी
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