वाह रे खुदा गजब है तेरी दुनिया
शोषण सिर्फ गरीब के लिए और पोषण अमीर के लिए
रुखा सुखा गरीब की थाली में परोस दिया , छप्पन भोग अमीर की थाली में
गरीब को पानी कीनहीं नसीबी और अमीर को शराब और शबाब के साथ हबीबी
क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी
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