मंगलवार, 1 जनवरी 2019

कच्चे धागे और रिश्ते होते है एक जैसे इनको बहुत ही सहेज कर रखना होता है क्योंकि इस जरा सी चोट से यह टूट जाते  और अगर एक बार टूट गए थे जुड़ तो जाते हैं लेकिन उनमें पहले वाली लचक और मजबूती नहीं रह जाती इसलिए किसी भी रिश्ते को संभाल कर रखिए इसको बिखरने से बचाइए क्योंकि एक बार जो बिखर गया तो फिर से सवारना मुश्किल हो जाता है किसी के प्रति गलत विचार मत रखिए ऐसा करके आप तो खुद का नुकसान कर रहे हैं खुद को एक जलती हुई ज्वाला में जला रहे हैं बेमतलब में इसमें आपको कोई फायदा नहीं होने वाला कोई आप से क्या कहता है उस पर बिल्कुल ध्यान मत दीजिए जमाना क्या सोच रहा है आपके बारे में अरे पता नहीं मेरे बारे में क्या सोचेगा इसी सोच सोच में पूरा जीवन ऐसे ही बता देते हैं और अपनी मर्जी से अपना जीवन नहीं जी पाते और कभी खुश नहीं रहते तो कृपया आप अपने लिए जिए दूसरों के लिए नहीं हमेशा खुश रहिए और तनाव से दूर रहे यह आपके लिए बहुत ही अच्छा होगा नया वर्ष आया है नहीं संकल्प के साथ अपनी इस नवजीवन को नए उजालों नई रोशनी ओं से प्रज्वलित कर लीजिए।



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क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी