एक फूल गुलाब का बगीचा में लगा हुआ था वह बहुत ही सुंदर था उसका नाम था रोजी उस
की खूबसूरती देखकर बगीचे मैं लगे फूलों को रोजी से जलन होने लगी वह सोचने लगे यह कैसी सुंदर दिन पर दिन होती जा रही है क्या कारण है गेंदे के फूल नहीं एक दिन पूछ ही लिया Rosie Rosie बताओ तो तुम इतनी गर्मी में खिली खिली और इतनी खूबसूरत कैसे हो रोजी बोली मेरा जड़ बहुत अच्छा है मेरा तना और पत्तियां भी बहुत अच्छे हैं यह सब मुझे हमेशा पानी पिलाते रहते हैं जिससे मैं मुरझा नहीं पड़ती हमारी एकता बेमिसाल है हम मिलजुल कर रहते हैं कभी लड़ाई झगड़े नहीं करते यही मेरी खूबसूरती का राज है 1 दिन कीड़ा वहां पर आया उसने रोजे को देखा और उसकी लार लार टपकने लगी बोला क्या खूबसूरत फूल है अब मैं इसको खाऊंगा और अपना पेट भर लूंगा इतने दिनों से कुछ खाया भी नहीं है नहीं तो मैं भुखमरी से मर जाऊंगा मुझे भोजन की बहुत ही ज्यादा जरूरत है लेकिन यह क्या यह फूल तो कितना लंबा है और ऊपर है और इसके काटे तो देखो जानलेवा है इस पर मैं तो मर ही जाऊंगा क्या करूं क्या करूं कीड़ा सोचने लगा कीड़ा सोचने लगा फिर उसे एक आइडिया Aaya वह रोजी से बोला अरे सुनो यही पास में सौंदर्य प्रतियोगिता का आयोजन हुआ है देश-विदेश से सुंदर सुंदर फूल इस प्रतियोगिता में शामिल होने जा रहे हैं तुम चाहो तो इसमें भाग ले सकती हो क्या बात है फिर तो मैं जरूर आउंगी कीड़ा कीड़ा साहब मैं जरूर आउंगी मेरा फॉर्म भर दो कि वह बोला ओके लेकिन यह अपनी जड़ें और कांटे छोड़ कर आना नहीं तो मैं तो प्रतियोगिता से बाहर निकाल दिया जाएगा सोच कर Roji Boli मैं इन को छोड़कर कैसे आ सकती हूं धूर्त कीड़ा बोला वह तुम देख लो तुम्हें नहीं छोड़ कर जाना होगा गुलाब बोली ओके मैं आ जाऊंगी कीड़ा बोला कल ठीक समय पर आ जाना गुलाब मतलब रोजी अपनी जड़ों और कांटो को छोड़ कर अकेले ही तपती धूप में जाने लगी थोड़ी दूर चलने के बाद उसे बहुत प्यास लगने लगी वह मुरझाने लगी अरे आज तो बहुत गर्मी है और मैंने गलत किया शायद अपने परिवार को छोड़कर अब मैं क्या करूं मैं मर जाऊंगी हाय कितनी गर्मी है थोड़ी दूर चलने के बाद शिकारी कीड़ा उसे दिखाई दिया कीड़ा साहब मुझे तो बहुत प्यास लगी है और यह क्या यहां तो कोई भी नहीं है कीड़ा बोला हा हा हा हा हा फस गई जाल में रोजी तुझे क्या लगा यहां कोई प्रदर्शनी है कोई प्रतियोगिता है अरे तुझे फंसाने के लिए मैंने झूठ बोला था ताकि मैं तेरे इस सुंदर रुप का रसपान कर सकु । आजा अब मैं तुझे खा लूंगा रोजी घबरा गई वह दौड़ने लगी कीड़ा भी उसके पीछे दौड़ने लगा उसको खाने के लिए वह अपनी जड़ों को बुखार नहीं लगी जड़ जड़ जड़ जड़ जड़ जड़ कांटे ने उसी को देख लिया और उसने अपने कांटों से कीड़े को मसल डाला Phir जड़ ने Rosie कोपानी पिलाया इसके बाद वह सब लोग खुशी से साथ साथ रहने लगे और कभी अलग नहीं हुए रोजी को अपना सबक मिल चुका था। इससे हमें यह शिक्षा मिलती है कि कभी भी हमें अपने परिवार का साथ नहीं छोड़ना चाहिए यह वही लोग हैं जो हमें हमारी परिस्थितियों में हमारी सहायता करते हैं
की खूबसूरती देखकर बगीचे मैं लगे फूलों को रोजी से जलन होने लगी वह सोचने लगे यह कैसी सुंदर दिन पर दिन होती जा रही है क्या कारण है गेंदे के फूल नहीं एक दिन पूछ ही लिया Rosie Rosie बताओ तो तुम इतनी गर्मी में खिली खिली और इतनी खूबसूरत कैसे हो रोजी बोली मेरा जड़ बहुत अच्छा है मेरा तना और पत्तियां भी बहुत अच्छे हैं यह सब मुझे हमेशा पानी पिलाते रहते हैं जिससे मैं मुरझा नहीं पड़ती हमारी एकता बेमिसाल है हम मिलजुल कर रहते हैं कभी लड़ाई झगड़े नहीं करते यही मेरी खूबसूरती का राज है 1 दिन कीड़ा वहां पर आया उसने रोजे को देखा और उसकी लार लार टपकने लगी बोला क्या खूबसूरत फूल है अब मैं इसको खाऊंगा और अपना पेट भर लूंगा इतने दिनों से कुछ खाया भी नहीं है नहीं तो मैं भुखमरी से मर जाऊंगा मुझे भोजन की बहुत ही ज्यादा जरूरत है लेकिन यह क्या यह फूल तो कितना लंबा है और ऊपर है और इसके काटे तो देखो जानलेवा है इस पर मैं तो मर ही जाऊंगा क्या करूं क्या करूं कीड़ा सोचने लगा कीड़ा सोचने लगा फिर उसे एक आइडिया Aaya वह रोजी से बोला अरे सुनो यही पास में सौंदर्य प्रतियोगिता का आयोजन हुआ है देश-विदेश से सुंदर सुंदर फूल इस प्रतियोगिता में शामिल होने जा रहे हैं तुम चाहो तो इसमें भाग ले सकती हो क्या बात है फिर तो मैं जरूर आउंगी कीड़ा कीड़ा साहब मैं जरूर आउंगी मेरा फॉर्म भर दो कि वह बोला ओके लेकिन यह अपनी जड़ें और कांटे छोड़ कर आना नहीं तो मैं तो प्रतियोगिता से बाहर निकाल दिया जाएगा सोच कर Roji Boli मैं इन को छोड़कर कैसे आ सकती हूं धूर्त कीड़ा बोला वह तुम देख लो तुम्हें नहीं छोड़ कर जाना होगा गुलाब बोली ओके मैं आ जाऊंगी कीड़ा बोला कल ठीक समय पर आ जाना गुलाब मतलब रोजी अपनी जड़ों और कांटो को छोड़ कर अकेले ही तपती धूप में जाने लगी थोड़ी दूर चलने के बाद उसे बहुत प्यास लगने लगी वह मुरझाने लगी अरे आज तो बहुत गर्मी है और मैंने गलत किया शायद अपने परिवार को छोड़कर अब मैं क्या करूं मैं मर जाऊंगी हाय कितनी गर्मी है थोड़ी दूर चलने के बाद शिकारी कीड़ा उसे दिखाई दिया कीड़ा साहब मुझे तो बहुत प्यास लगी है और यह क्या यहां तो कोई भी नहीं है कीड़ा बोला हा हा हा हा हा फस गई जाल में रोजी तुझे क्या लगा यहां कोई प्रदर्शनी है कोई प्रतियोगिता है अरे तुझे फंसाने के लिए मैंने झूठ बोला था ताकि मैं तेरे इस सुंदर रुप का रसपान कर सकु । आजा अब मैं तुझे खा लूंगा रोजी घबरा गई वह दौड़ने लगी कीड़ा भी उसके पीछे दौड़ने लगा उसको खाने के लिए वह अपनी जड़ों को बुखार नहीं लगी जड़ जड़ जड़ जड़ जड़ जड़ कांटे ने उसी को देख लिया और उसने अपने कांटों से कीड़े को मसल डाला Phir जड़ ने Rosie कोपानी पिलाया इसके बाद वह सब लोग खुशी से साथ साथ रहने लगे और कभी अलग नहीं हुए रोजी को अपना सबक मिल चुका था। इससे हमें यह शिक्षा मिलती है कि कभी भी हमें अपने परिवार का साथ नहीं छोड़ना चाहिए यह वही लोग हैं जो हमें हमारी परिस्थितियों में हमारी सहायता करते हैं
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