हमने तो आपको खुदा माना आपने तो हमें इंसान भी ना समझा
अब भला शिकायत भी करें तो करें किससे
अपने तो हमे अपना भी ना समझा
ठुकरा दिया बेगानो की खातिर ,मौका ना दिया सफाई बस
जुदा होना बेहतर समझा
क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें