यह रिमझिम बारिश मुझसे कहती है बार-बार
रहो तुम मस्त अपने में हर बार
कोई कहता बारिश पसंद नहीं मुझे
तो कोई इसमें मगन होके झूमता और इसका आनंद उठाता
लेकिन बारिश को इसे क्या लेना देना वो तो मदमस्त होकर बरसती है जहां उसका दिल करे
तुम भी हो जाओ बारिश कि तरह करो वहीं जो दिल तुम्हरा करे
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