एक मुट्ठी आसमान में भर लूंगी दुनिया क्या कल्पना शक्ति है एक मुट्ठी आसमान सारी दुनिया भरना चाहती हैं उसमें से जो अच्छा लगेगा उन्हें अपने सिर पर सजा दूंगी मतलब अपने दिल में और दिमाग में रख लूंगी और जो खराब लगेगा उनको ठीक कर लूंगी और ज्यादा खराब होगा तो फेंक दूंगी
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