मंगलवार, 2 जुलाई 2019

सुख दुख आते जाते हैं

सुख और दुख जिंदगी के दो पहलू हैं यह हमेशा आप बचपन से सुनते रहे हैं सुख आएगा दुख आएगा दुख जाएगा सुख आएगा समय का चक्र यह अनवरत चलता ही रहता है इसको कोई रोक नहीं पाया यही जीवन है।
सुख की अनुभूति तुम्हें तभी होगी जब तुम दुख को पहले से ही अनुभव कर चुके होंगे, जैसे कि इंजेक्शन लगाने पर दर्द होता है लेकिन बाद में spirit वाली रुई को


जब लगाया जाता है तो कितनी राहत मिलती है राहत तुम्हें कब महसूस हुई जब  रुई लगाने से पहले तुम्हे सुई चुभोई गई।
अतः दर्द के बिना आनंद को महसूस कर ही नहीं सकते हो
जीवन में अगर दुख है तो यह जरूर समझ जाना की सुख भी आने वाला है कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें सुख मिलता तो है लेकिन उसको दुख में बदल देते हैं यानी भगवान उनको दुख के बाद सुख दे तो रहे हैं लेकिन वह दुख में इतना डूब गए हैं क्यों न सुख की अनुभूति भी नहीं होती उन्हें सुख भी दुख लगने लगता है इस प्रकार उनका सारा जीवन दुखमय हो जाता है ।


यह तो ऐसी बात हो गई ना कि करेला खा खा कर के अजीतगढ़ भी लगने लगती है । हर चीज का अलग स्वाद है कुछ मीठा खट्टा कड़वा सबकी मजे लो भाई जिंदगी है।
यह तुम्हें हमेशा मीठा मीठा नहीं परोसने वाली तुम को कड़वा भी खाना पड़ेगा और खट्टा भी



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क़ीमत

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