सोमवार, 1 जुलाई 2019

सकारात्मक और नकारात्मक सोच

सोचा खयालों से बोल दो अभी व्यस्त हूं कल आना कमबखत जाते ही नहीं बोलते हैं कल हम रास्ता भूल गए तो आना तो हमें तुम्हारे पास है इसलिए भाई अभी आने दो
अच्छा तो मुझे तुम्हारी जांच करना पड़ेगी अरे मेरी जान किस तरह की जांचकरोगे। मुझे देखना होगा कि तुम सकारात्मक हो या मैं मेरे मस्तिष्क में आने की इजाजत मिलेगी।
अगर तुम नकारात्मक निकले तुम्हें यहां से जाना होगा।




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क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी