शनिवार, 17 अगस्त 2019

धरती की शान

संतऔर पेड़ है  एक समान
एक देता हानिके बदले नैतिक लाभ 
तो दूजा देता co 2 के बदले प्राण
मत काटो इन जीवन देने वाले पेड़ो को
नहीं तो मगोगे भीख प्राण और लाभ
देर बहुत तब हो जाएगी फिर ना रहेंगे ना रहेंगे लाभ
सुन लो इंसानों धरती को बचाना है,बदसूरत किया जो हमने इस धरती मा को वनो को काटकर
हमें फिर से उसका सिंगार करना है पेड़ धरती लगाकर, साथियों धरती को बचाना है
धरती की खोई खूबसूरती को फिर से निखारना है।


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क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी