बुधवार, 27 जुलाई 2022

ज्वाला नाम था उसका

 ज्वाला नाम था उसका ज़िंदगी मे आग लगाके चली गई

चिड़ियाँ

 हम तुम्हें पाने के लिए मरते हैं ऐसे जैसे चिड़िया फिरती है दाने के लिए 

एक दिल के कारण मजबूर है तो दूसरा पेट के कारण

शनिवार, 23 जुलाई 2022

जूता चप्पल झाड़ु

 जुता चप्पल  झाड़ु एक समान 

पड़ता जब माँ के हाथ 

कोई ना बच पाए निशाने से इसके यार 👹


शुक्रवार, 22 जुलाई 2022

गुरुवार, 21 जुलाई 2022

Chupke chupke

हमसे बेहतर तुम्हें कोन जानता है 

ज़ो भी जानता है ग़लत जानता है

चुपके से चुरा लेते हो दिल का चैन ओ सुकून 

फिर कहते हो ,हमें कहाँ कुछ आता है


दशहरी आम

 कोई जाए  ना ऐसे , दशहरी आम हो जैसे😪😪

क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी