Kavita
कुछ खट्टी कुछ मीठी कुछ नमकीन हैं
ज़िन्दगी ऐसी ही रंगीन है
क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें