रविवार, 18 दिसंबर 2022

ज़िन्दगी क्या है

कुछ खट्टी कुछ मीठी कुछ नमकीन हैं

ज़िन्दगी ऐसी ही रंगीन है

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क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी