शुक्रवार, 12 जुलाई 2019

बचपन की यादें मीठी मीठी प्यारी प्यारी miss my childhood poem

जिंदगी की इतनी तेज रफ्तार थी कि खुद को संभाल न सके हम
कभी वक्त हमारे साथ था कभी हम वक्त के साथ थे
बेचैन मन चाहे की चाहत वक्त वापस लौट आए हमसे मिलने दोबारा ले जाए हमें उस वक्त में जहां दुख कम थे और थी खुशियां हजार
₹5 की मैगी में भी खुश हो जाते थे अब तो 1000 का पिज़्ज़ा भी खाकर पेट तो भर जाता है पर मन नहीं।

घूमते थे जहां आजाद परिंदों की तरह जहां अब तो अब तो जिंदगी की उलझन मैं ही कैद हो गए

शनिवार, 6 जुलाई 2019

दोस्ती अनमोल है

दोस्ती अनमोल है बहुत कम लोगों को सच्चे दोस्त नसीब होते हैं सच्चे दोस्त मिलना दुनिया में बहुत ही मुश्किल है कहते हैं ना हर दोस्ती में कोई ना कोई स्वार्थ छिपा होता है पर कुछ दोस्ती मैं स्वार्थ का कोई नाम निशान नहीं होता उनकी मित्रता दुनिया के लिए मिसाल बन जाती है जैसे कि श्री कृष्ण और सुदामा की मित्रता
दोस्ती दिल से दिल का एक कनेक्शन है जो दो लोगों को मन से भी जोड़ता है। दोस्त की दुखी होने पर हम दुखी हो उसके रोने पर हमारे भी आंसू निकल आए यह मित्रता है दो लोग जिनके मन के विचार एक समान होते हैं वे परम सच्चे मित्र साबित होते हैं विचारों में मतभेद सिर्फ शत्रुता पैदा करता है

बुधवार, 3 जुलाई 2019

बेटी पराया धन है, बेटी पराया धन है जी

हे भगवान तूने लड़का लड़की में इतना भेदभाव क्यों किया हां मैं तुमसे ही कह रही हूं शिकायत करूं तो किससे करूं इस समाज से जो कि इसको अंधाधुन अनुसरण करता है
बेटियां शादी के बाद पराई हो जाती है वह पराई होती नहीं उन्हें पराया बना दिया जाता है उनकी भलाई के लिए।
शादी के बाद ससुराल वाले यही सोचते हैं लड़की कभी अपने मायके ना जाए और इस बात को सिद्ध करने के लिए कि तुम्हें अपना घर देखना चाहिए ऐसा बोल दिया जाता है।।
अपने दिल पर पत्थर रखकर लड़की के बेयर वाले उसको पराया कह देते हैं ताकि वह अपने संसार में सुखी रहे खुद को तकलीफ देकर अपनी बेटी की खुशियों के लिए अपने से दूर कर देते हैं।
वर पक्ष के लोग ऐसा क्यों सोचते हैं लड़के तो कभी परा ये नहीं होते यह सब सितम लड़की के लिए ही क्यों
एक बार की बात है गीता को ससुराल में एक गलती के कारण उसकी मा  को गीता की सास नेभला बुरा सुनाया और कहा कि तुमने हमारे लड़का खरीद लिया है, बिचारी मां गीता की खुशियों खातिर कुछ ना बोली सब सुनती रही , और फिर जब उस लड़की की पिता की तबीयत खराब हुई तो उसकी सांस में उसने उससे कहा वहां जाने की क्या जरूरत है क्यों मर रही हो जाने के लिए जो करना है डॉक्टर करेगा तुम क्या कर लोगी वहां जाकर अब आप ही बताइए घर में जहां लड़की बड़ी बड़ी हुई उस घर में जाने के लिए इजाजत मांगनी पड़ी
इतना ही नहीं शादी के तुरंत बाद लड़की को अपने मायके जाने के लिए उसका भाई लेने आया लड़की अपने पति के साथ किसी दूसरे शहर में रहती थी वह लड़का उसका ममेरा भाई था वही लेने आया अपनी बहन को ताकि शादी के बाद लड़की कुछ दिन अपने मायके में रह ले जोकि हर लड़की का हक होता है उसमें भी लड़की के सास ससुर ने बखेड़ा खड़ा किया हमसे इजाजत नहीं मांगी अब बताइए किसने किसको खरीदा क्या यह वाक्य जो लड़की की सांस मैं लड़की की मां को ताने मार कर कहा था कि मेरा बेटा खरीद लिया तुमने कितना सही है और फिर लोग कहते हैं लड़की को अपने मायके से प्रेम क्यों है

मंगलवार, 2 जुलाई 2019

सुख दुख आते जाते हैं

सुख और दुख जिंदगी के दो पहलू हैं यह हमेशा आप बचपन से सुनते रहे हैं सुख आएगा दुख आएगा दुख जाएगा सुख आएगा समय का चक्र यह अनवरत चलता ही रहता है इसको कोई रोक नहीं पाया यही जीवन है।
सुख की अनुभूति तुम्हें तभी होगी जब तुम दुख को पहले से ही अनुभव कर चुके होंगे, जैसे कि इंजेक्शन लगाने पर दर्द होता है लेकिन बाद में spirit वाली रुई को


जब लगाया जाता है तो कितनी राहत मिलती है राहत तुम्हें कब महसूस हुई जब  रुई लगाने से पहले तुम्हे सुई चुभोई गई।
अतः दर्द के बिना आनंद को महसूस कर ही नहीं सकते हो
जीवन में अगर दुख है तो यह जरूर समझ जाना की सुख भी आने वाला है कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें सुख मिलता तो है लेकिन उसको दुख में बदल देते हैं यानी भगवान उनको दुख के बाद सुख दे तो रहे हैं लेकिन वह दुख में इतना डूब गए हैं क्यों न सुख की अनुभूति भी नहीं होती उन्हें सुख भी दुख लगने लगता है इस प्रकार उनका सारा जीवन दुखमय हो जाता है ।


यह तो ऐसी बात हो गई ना कि करेला खा खा कर के अजीतगढ़ भी लगने लगती है । हर चीज का अलग स्वाद है कुछ मीठा खट्टा कड़वा सबकी मजे लो भाई जिंदगी है।
यह तुम्हें हमेशा मीठा मीठा नहीं परोसने वाली तुम को कड़वा भी खाना पड़ेगा और खट्टा भी



सोमवार, 1 जुलाई 2019

सकारात्मक और नकारात्मक सोच

सोचा खयालों से बोल दो अभी व्यस्त हूं कल आना कमबखत जाते ही नहीं बोलते हैं कल हम रास्ता भूल गए तो आना तो हमें तुम्हारे पास है इसलिए भाई अभी आने दो
अच्छा तो मुझे तुम्हारी जांच करना पड़ेगी अरे मेरी जान किस तरह की जांचकरोगे। मुझे देखना होगा कि तुम सकारात्मक हो या मैं मेरे मस्तिष्क में आने की इजाजत मिलेगी।
अगर तुम नकारात्मक निकले तुम्हें यहां से जाना होगा।




थोड़ी सी जमीन थोड़ा आसमान

एक मुट्ठी आसमान में भर लूंगी दुनिया क्या कल्पना शक्ति है एक मुट्ठी आसमान सारी दुनिया भरना चाहती हैं उसमें से जो अच्छा लगेगा उन्हें अपने सिर पर सजा दूंगी मतलब अपने दिल में और दिमाग में रख लूंगी और जो खराब लगेगा उनको ठीक कर लूंगी और ज्यादा खराब होगा तो फेंक दूंगी

रविवार, 30 जून 2019

कभी भी सीधे सच्चे इंसान का दिल ना दुखाना क्योंकि अगर उसका एक भी आंसू आंखों से निकला तो आप की बर्बादी शुरू ही समझो

 सीधा सच्चा इंसान से कभी बेईमानी या उसको कभी धोखा मत देना क्योंकि उसकी लगाएं में पाप का कोई भी अंश नहीं होता और अगर आप उसके साथ विश्वासघात करते हैं तो इसमें आप अपना ही अहित कर रही हैं सच्चा इंसान कभी भी किसी का बुरा नहीं सोच सकता क्योंकि उससे ईश्वर ने सच्चा सरल ही बनाया है उसके मस्तिष्क में बुरे विचार आ ही नहीं सकते ऐसे लोग ईश्वर को बहुत ही प्रिय होते हैं और उनका दिल दुखाना ईश्वर का दिल दुखाने जैसा है सच्चे के लोग दुनिया में कम ही मिलते हैं।

सच्चे लोगों की आत्मा है गंगा जल की तरह शुद्ध पवित्र और निश्छल होता है जब यह आत्मा दूसरी आत्मा के संपर्क में आती है तो उसे भी शुद्ध और सात्विक कर देती है इसलिए हमेशा संत जनों की सानिध्य में रहना चाहिए ताकि हमारी आत्मा भी उज्जवल हो सके जिस प्रकार साबुन के संपर्क में आने से बर्तन चमक जाते हैं इसी प्रकार साधु-संतों की या कहें कि अच्छे लोगों की संगति का असर आप पर जरूर आता है


क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी