सोमवार, 1 अगस्त 2022

फूल कीं खुश्बु

🌹 फूल अपनी खुश्बु से महकता है और इंसान अपने चरित्र से 


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क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी