बाहों में आप के सोना ऐसा है ऐसा है मानो एक कोमल पुष्प पर पड़ी हो ओस की बूंद जैसे
मिल जाती है उसी में जैसे बनी हो उसी से मोतियो के जैसे
मिल जाती है उसी में जैसे बनी हो उसी से मोतियो के जैसे
क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी
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