हवा में घुली हुई खुशबू हो तुम
महकते फूलों की खूबसूरती हो तुम
क्यों ना जले यह सितारे तुम्हें देखकर
उनका नूर भी चुरा लेती हो तुम
तुम्हें देख कर कुदरत भी हैरान
कैसी यह रचना लाजवाब और बेमिसाल हो तुम
महकते फूलों की खूबसूरती हो तुम
क्यों ना जले यह सितारे तुम्हें देखकर
उनका नूर भी चुरा लेती हो तुम
तुम्हें देख कर कुदरत भी हैरान
कैसी यह रचना लाजवाब और बेमिसाल हो तुम
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