सोमवार, 12 अक्तूबर 2020

प्याज़ के दाम


प्याज़ होती है बड़ी निराली 
कभी हसाती तो कभी रुलाती 
कभी अपने पास बुलाती 
मुझे अपने घर में रख लो ये कह कर चिढाती
कभी आसमान पर चढ़ जाती (महंगी)
तो कभी जमीन में लुड़क जाती (सस्ती)
जब भी मेरी कढ़ाई में जाती 
स्वाद खाने का बढ़ा जाती 
बिना इसके खाने में रह ना जाए कोई दम ख़म
इसीलिए तो शलजम  कहते  इसे हम 😂😀😀😀😀😀

3 साल की बेटी से रेप

  3 साल की बेटी से रेप

देखकर होता है बड़ा खेद

अगर नहीं है खुद के घर में safe

बंद करो फिर ये इंसाफ का झूठा खेल 

मिल जाता इंसाफ अगर इतनी आसानी से 

तो होता ना आबरू से इनकी कोई खेल किसी दुराचारी से,

कहना बस ये चाहती हूं मै इस कविता से 

कैंडल जलाकर भले ना हमदर्दी जताओ

लेकिन बेटो को अच्छी बातें जरूर सिखाओ

तभी बलात्कार जैसी घंटनाओ में कमी आयेगी

बेटियां फिर से सर उठा कर चल पाएंगी






सोमवार, 28 सितंबर 2020

दिल चाहता है

कभी कभी  दिल चाहता है उसे फिर से पा लू ,पर शायद ये मुमकिन नहीं 

बड़ी दूर आ गए है हम ,वापस उस दोराहे पर जाने की हिम्मत नहीं 

पलटकर देखा ना एक पल भी हमें जाते हुए ,हम फिर कियू फिकर करे 

अच्छा होगा ज़िन्दगी में आगे बढ़े 

आत्मविश्वास

जिन्हे पंखों का सहारा, हो वो गिरने से नहीं डरते 


शनिवार, 12 सितंबर 2020

Significance of flow of love

 प्यार का प्रवाह हर जगह होता है यह प्रभाव हमें जीवन के कई रिश्ते में देखने को मिलता है जैसे कि भाई के प्रेम का बहन की और प्रभा माता-पिता की प्रेम का बच्चों पर प्रवाह

यह प्रवाह निरंतर चलता ही रहता है प्रेम का प्रभाव झरने के प्रवाह की तरह है यह निरंतर चलता ही रहता है अगर इसका प्रवाह रुक गया तो जीवन नीरस हो जाएगा बेरंग हो जाएगा प्यार का प्रभाव सबसे खूबसूरत तब होता है जब एक नन्ही सी जान एक मां के गर्भ में पल रही होती है उस प्रेम का प्रवाह शिशु मां के द्वारा महसूस कर सकता है वह महसूस कर सकता है असीम प्रेम के प्रवाह को यह बेहद जरूरी है 

प्रेम के प्रभाव को हर कोई महसूस कर सकता है इंसान कितना भी दुर्जन क्यों ना हो असीम प्रेम देने पर वह बदल जाता है

प्रेम की प्रवाह का नियम ऊष्मा के संवहन के नियम की तरह है ऊष्मा के संवहन के नियम के अनुसार ऊष्मा जाने की गर्मी अधिक ताप से कम ताप की ओर प्रवाहित होती है ठीक उसी प्रकार प्रेम भी अधिक प्रेम रखने वाले इंसान से कम प्रेम रखने वाले इंसान की ओर प्रवाहित होता है।।



सोमवार, 25 मई 2020

नशीली आंखें

आंखे इतनी नशीली है कि
मदहोशी छा जाए 
कैसे बचाए इस दिल को कोई
जब तीखे नयनों से कोई बाण चलाए

शनिवार, 23 मई 2020

सफलता की कुंजी मेहनत

मेहनत है वह हथियार पाओगे जिससे तुम सफलता अपार
मेहनत किस्मत खोलने की वो चाबी है जिसका हर कोई ना आदी है
तुम कोशिश करके तो देखो, मुट्ठी में होगा सारा आसमान
मेहनत करके ही तो रस्सी ने पत्थर पर निशान बनाया
हजार बार असफल होकर ही एडिसन ने बल्ब बनाया
समय नष्ट ना करो बार बार  कोशिश करके देखो तो एक बार 
सफलता मिलेगी ही मिलेगी तुम्हे हर बार

क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी