नाराज है वो किस बात से ख़बर है इस दिल को
गिले शिकवे कर कर लो गुफ्तगू ज़रा सी
क्या पता कल टूट जाए सासो की डोर
नहीं रहेंगे जब हम कल तो रो पड़ोगे जनाजे में हमारे
तडपेगा दिल रूह भी हो जाएगी उदास
जानकर ये की होकर भी तुम्हारे हम ना हो सके कभी तुम्हारे
पुकारोगे नहीं आऊंगी फिर भी ,सारी उम्र आंसुओ में बहुंगी तुम्हारे
गिले शिकवे कर कर लो गुफ्तगू ज़रा सी
क्या पता कल टूट जाए सासो की डोर
नहीं रहेंगे जब हम कल तो रो पड़ोगे जनाजे में हमारे
तडपेगा दिल रूह भी हो जाएगी उदास
जानकर ये की होकर भी तुम्हारे हम ना हो सके कभी तुम्हारे
पुकारोगे नहीं आऊंगी फिर भी ,सारी उम्र आंसुओ में बहुंगी तुम्हारे