Kavyanjali
Kavita
शुक्रवार, 26 अप्रैल 2019
हमसफ़र के लिए
पहला कदम जब रखा चलने को तो मन में मा बाप का सहारा था
रखा
कदम जब जवानी में तो पिया
जी
का सहारा था
मौत की दहलीज पर सद्कर्मों का सहारा था
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
क़ीमत
क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी
shayari quotes and good thoughts: Sad shayari for lovers
shayari quotes and good thoughts: Sad shayari for lovers : Saza hume us baat ki mili jisme hamari khata na thi Dil toota hamara aur shika...
खिलाड़ी
लालची बंदर और शेर की कहानी
एक जंगल में एक बंदर रहता था उसको जामुन बहुत पसंद थी वह रोज बहुत सारी जामुन खाता और गुठलियां नीचे फेंक देता था एक बार हमेशा की तरह बंदर जामु...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें