नाराज़गी की हद देख़िए मेरे यार की
अब तो ख़्वबो में आने को भी मना कर दिया ।
बहुत खूबसूरत है वो गलिया क़सम से
जिस पर से तेरे कदम जाते है
शुक्र है खुदा का जो ये मुझे तेरे घर का पता बताते है
एक छोटा सा चाँद का टुकड़ा ज़मीन पर पाया
चाँद ने कहा मुझे आसमाँ नहीं ये ज़मीन भाया
तब से हमने आकाश मे चाँद क़ो आधा पाया
Siva tumhare koi na aye raas
Kuch is tarah ho tum khas , dil ye chahe tumhare bagair koi na aye pass
Dil se dil Milao Surat kis kam Ki
Karke Mehboob ka deedar badhe na dhadkane wo dhadkane kiss Kaam ki
क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी