सोमवार, 16 मई 2022

तेरी गलिया

 बहुत खूबसूरत है वो गलिया क़सम से 

जिस पर से तेरे कदम जाते है 

शुक्र है खुदा का जो ये मुझे तेरे घर का पता बताते है

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क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी