Kavita
नाराज़गी की हद देख़िए मेरे यार की
अब तो ख़्वबो में आने को भी मना कर दिया ।
क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी
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