सोमवार, 1 जुलाई 2019

सकारात्मक और नकारात्मक सोच

सोचा खयालों से बोल दो अभी व्यस्त हूं कल आना कमबखत जाते ही नहीं बोलते हैं कल हम रास्ता भूल गए तो आना तो हमें तुम्हारे पास है इसलिए भाई अभी आने दो
अच्छा तो मुझे तुम्हारी जांच करना पड़ेगी अरे मेरी जान किस तरह की जांचकरोगे। मुझे देखना होगा कि तुम सकारात्मक हो या मैं मेरे मस्तिष्क में आने की इजाजत मिलेगी।
अगर तुम नकारात्मक निकले तुम्हें यहां से जाना होगा।




थोड़ी सी जमीन थोड़ा आसमान

एक मुट्ठी आसमान में भर लूंगी दुनिया क्या कल्पना शक्ति है एक मुट्ठी आसमान सारी दुनिया भरना चाहती हैं उसमें से जो अच्छा लगेगा उन्हें अपने सिर पर सजा दूंगी मतलब अपने दिल में और दिमाग में रख लूंगी और जो खराब लगेगा उनको ठीक कर लूंगी और ज्यादा खराब होगा तो फेंक दूंगी

रविवार, 30 जून 2019

कभी भी सीधे सच्चे इंसान का दिल ना दुखाना क्योंकि अगर उसका एक भी आंसू आंखों से निकला तो आप की बर्बादी शुरू ही समझो

 सीधा सच्चा इंसान से कभी बेईमानी या उसको कभी धोखा मत देना क्योंकि उसकी लगाएं में पाप का कोई भी अंश नहीं होता और अगर आप उसके साथ विश्वासघात करते हैं तो इसमें आप अपना ही अहित कर रही हैं सच्चा इंसान कभी भी किसी का बुरा नहीं सोच सकता क्योंकि उससे ईश्वर ने सच्चा सरल ही बनाया है उसके मस्तिष्क में बुरे विचार आ ही नहीं सकते ऐसे लोग ईश्वर को बहुत ही प्रिय होते हैं और उनका दिल दुखाना ईश्वर का दिल दुखाने जैसा है सच्चे के लोग दुनिया में कम ही मिलते हैं।

सच्चे लोगों की आत्मा है गंगा जल की तरह शुद्ध पवित्र और निश्छल होता है जब यह आत्मा दूसरी आत्मा के संपर्क में आती है तो उसे भी शुद्ध और सात्विक कर देती है इसलिए हमेशा संत जनों की सानिध्य में रहना चाहिए ताकि हमारी आत्मा भी उज्जवल हो सके जिस प्रकार साबुन के संपर्क में आने से बर्तन चमक जाते हैं इसी प्रकार साधु-संतों की या कहें कि अच्छे लोगों की संगति का असर आप पर जरूर आता है


शनिवार, 29 जून 2019

मृत्यु एक कड़वा सच

मृत्यु एक कड़वा सच जिसे लोग जान कर भी अनदेखा करते हैं आखिर क्यों क्यों क्योंकि जो जिंदगी वह जी रहे हैं उन्हें वह प्यारी लगने लगती है क्योंकि उसमें भौतिक सुख सुविधाएं आराम प्यार मोहब्बत धन दौलत सब कुछ है इंसानियत इन्हीं चीजों के इर्द-गिर्द घूमती है। इंसान लंबी आयु चाहता है 
शरीर बूढ़ा हो जाता है आकांक्षाएं जवान ही बनी रहती है।

बुधवार, 12 जून 2019

चार दिन की ज़िन्दगी

चार दिन की ज़िन्दगी में हजार ख्वाहिशें निकली
कुछ ज्यादा तो कुछ कम निकली
हो गई कुछ 600 इच्छाएं पूरी
400 की उधारी कली
देखा कुछ समय बाद तो खुशियां व्याज के साथ निकली

रविवार, 9 जून 2019

शुक्रवार, 7 जून 2019

नवरंग: लालची बंदर और शेर की कहानी

नवरंग: लालची बंदर और शेर की कहानी: एक जंगल में एक बंदर रहता था उसको जामुन बहुत पसंद थी वह रोज बहुत सारी जामुन खाता और गुठलियां नीचे फेंक देता था एक बार हमेशा की तरह बंदर जामु...

क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी