मंगलवार, 28 मई 2019

बेवफा shyari

नजरो से गिरकर हमारी, अब वो कभी उठ ना सकेंगे
अब बस नफरत ही है जो हम उनसे कर सकेंगे 

चल राही चल अकेला

मुश्किल तो है पर नामुमकिन तो कुछ भी नहीं
आसान तो नहीं  पर इतना कठिन भी नहीं
चल रही चल रुकना ना मिलने से पहले मंजिल


सोमवार, 27 मई 2019

भीगी सी भागी सी मेरे बाजुओं में समाए

 नदियों सी बहती चली अब तो रुकने की तमन्ना है हा है
मद्धम मद्धम हवा सी चलती रही अब तो रुकने का अंदेशा हां है 
Ahan
 रुके तु क्यो  रुके ,जाना है हमे 
महकी सी, फूलों सी मे,बदन में महकी जाए
सोंधी सी ,हल्की सी, फुहारों सी बरसती जाए।




शुक्रवार, 24 मई 2019

मुस्कुराने की आदत है

सौ दर्द है इस दिल में फिर भी मुस्कुराने की आदत है
ज़ख़्म पर भले ही नमक लगाए दुनिया फिर भी ीइस ज़ख्म को छुपाने की आदत है
आंसुओ से भीग जाती है पलके फिर भी झूठा मुस्कुराने की आदत है
यही तो है बस ज़िंदगी गम और खुशी दोनो देना इसकी आदत है

गुरुवार, 23 मई 2019

मतलबी शयारी इन हिंदी मतलबी लोग

मुखौटे के अंदर मुखौटा
इंसान अंदर से कुछ, बाहर से कुछ और होता
ना दिलग्गी करना दिले  नादान कियूकी हर इंसान वफादार नहीं होता


मंगलवार, 21 मई 2019

Love shyari for lovers

हमने तो आपको खुदा माना आपने तो हमें इंसान भी ना समझा
अब भला शिकायत भी करें तो करें किससे
अपने तो हमे  अपना भी ना समझा
ठुकरा दिया बेगानो  की खातिर  ,मौका ना दिया सफाई बस 
जुदा होना बेहतर समझा

शुक्रवार, 17 मई 2019

गरीब के ऊपर खुदा का हाथ

खुले आसमान में सोते है गरीब  खुदा की निगरानी में
 सही है सर पर हो जब इतना बड़ा हाथ, क्यों जिएगा कोई डर के साथ

क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी