गुरुवार, 19 सितंबर 2019

लव शायरी

बड़ी अनजान मुलाकात थी वो जिसने अनजाने को अपना बना दिया
अपना बना कर सीने से लगा लिया , और मुस्कुरा कर दिल में बसा लिया
कैसे छोड़ दे हम उनको जिन्होंने हमारी यादों को अपनी रूहों में बसा लिया

बुधवार, 18 सितंबर 2019

Relationship goals

आजकल पति पत्नी में अनबन बहुत आम बात हो गई है रिश्ते चाहे जितना मजबूत ही क्यों ना हो थोड़ी बहुत मनमुटाव तो आता ही है  यह रिश्ता ही ऐसा है कुछ
लेकिन हमें इस रिश्ते को बचाना है ना की आपसी मनमुटाव लड़ाई झगड़ों से इसे और भी खराब करना है

सबसे पहली और मुख्य बात की आप दोनों को एक दूसरे को समझना होगा अगर आप दे एक दूसरे को नहीं समझेंगे तो बात नहीं बनने वाली।अगर एक गुस्सा हो रहा है तो दूसरे को शांत बैठ जाना ही अच्छा होगा। अगर एक नकारात्मक सोच रहा है तो दूसरे को सकारात्मक सोचना ही पड़ेगा।
याद रखें किसी भी नफरत झगड़े को सकारात्मक सोच एक मुस्कान पल में दबा सकती है।
इस लेख को कोई भी पढ़ रहा हूं चाहे पति या पत्नी बस आप इतना सोचना है कि मुझे हमेशा पॉजिटिव रहना है जिंदगी में चाहे कोई भी परिस्थिति आए मेरे ऊपर किसी का कंट्रोल नहीं रहेगा आपकी जो खुशी है वह आप का खजाना है और किसी को हक नहीं बनता वह आप के खजाने को लूट जाए।
घर में रखे हुए खजाने को तो आप बहुत संभाल कर रखते हैं बैंक में रखते हैं लॉकर में कहीं उसे कोई चुरा ना ले क्योंकि वह कीमती वस्तु है हर किसी के पास नहीं होती विरले है दोस्तों क्या आपको नहीं लगता कि आपके खुशी भी बहुत कीमती है आपके लिए यह आसानी से किसी को नहीं मिलती जिसको मिलती भी है तो वह इसकी अहमियत नहीं समझता और हमेशा दुखी रहता है अगर आप इसकी अहमियत को समझ रहे हैं तो ईश्वर का शुक्रिया अदा करें कि आप इसको महसूस कर पा रहे हैं।
खुशी एक महसूस करने की अदा है यह अदा सबके पास नहीं।
एक अमीर आदमी भी सब कुछ होते हुए भी दुखी रहता है और एक गरीब आदमी कुछ ना होते हुए भी आराम से सोता है। Happiness is just state of mind nothing else
आप किसी भी चीज की परवाह करना छोड़ दीजिए बस उसी दिन से आप खुश रहने लगेंगे। हर बात में सकारात्मक निकालिए सोचिए कहां-कहां आप सकारात्मक सोच सकते हैं मान लीजिए आपका कोई कीमती वस्तु कोई घड़ी या कहना आप से गिर गया या खो गया अगर मिला तो सही नहीं मिला तो भी एक सबक तो मिला कि हमें अपनी चीजों की हिफाजत बहुत अच्छे से करना चाहिए आगे भविष्य में आप चीजों को संभाल कर रखेंगे क्याप,इस घटना ने आपके अंदर एक सकारात्मक परिवर्तन नहीं किया आपको तो खुश होना चाहिए हां धन हानि तो हुई लेकिन आपने बहुत कुछ सीखा भी। किसी भी विकट से विकट परिस्थितियों में कोई न कोई सकारात्मक पहलू भी छुपा होता है लोग इसे अनदेखा करते हैं जरूरत है आपको इसे देखने की इस पर ध्यान केंद्रित करने की अगर आप ऐसा करेंगे तो आप सकारात्मक सोच रख अपने अंदर रख पाएंगे और अपने जीवन को सुखमय बना पाएंगे।


दोस्तोंइतिहास गवाह है बड़ी से बड़ी लड़ाई कभी कभी समझौता से ठीक हो जाती है यह तो फिर मामूली घर की छोटी सी लड़ाई है इसे तो आप ठीक कर ही सकते हैं और अगर आप इसे सुलझा सकते हैं तो आपको मन में शांति होगी कि मैंने इस बात को समझा लिया किसी समझदार व्यक्ति की तरह आपको अपने ऊपर गर्व महसूस होगा।

शनिवार, 14 सितंबर 2019

समय की परिभाषा जान लो

वक्त रुकता नहीं किसी के लिए फितरत है उसकी चलने की पकड़ सको तो पकड़ लो नहीं तो उड़ जाएगा चिड़िया की तरह यह पंख फैलाकर ।समय एक नदी  की धार है इसकी धार में चलो इसकी लहर के साथ उठो खुद को संभालो पर रुको नहीं।।समय कि कोई शक्ल नहीं है जिसे वर्णित किया जाए यह तो चलने वाली एक वर्णित तत्व है जिसके अंदर संसार की समस्त प्रक्रिया चल रही है समय एक ताल है जिसमें कर्मों के स्वर उपयुक्त आवृत्ति में अपने आप को दोहराते रहते हैं समय को संगीत से समझा जा सकता है संगीत में नोट होते हैं उसी प्रकार समय में क्रियाएं होती हैं अच्छी और बुरी वह अपने एक निश्चित समय में अपने आप को दोहराती है और जीवन का निर्माण करती है।
मनुष्य समुद्र के जैसा है जिस प्रकार समुद्र तूफान आता है लहरें ऊपर उठती हैं सिर अपने आप शांत हो जाती हैं इसी प्रकार मनुष्य का स्वभाव होता है कभी-कभी आवेग में आना बहुत जरूरी हो जाता है

शुक्रवार, 13 सितंबर 2019

Gravity ki khoj Newton ne ki thi ya Einstein ne

अरे यार बंदा कॉमर्स बैकग्राउंड से है हो जाता है यार कभी गलती गलती में ज़ुबान फिसलगई इसका यह मतलब नहीं है कि यार उसकी आलोचना क्रिटिसाइज करते रहोगे माफी भी तो मांगी है गलती करने पर हो जाता है जुबान फिसल जाती है गलती से निकल गया मु....से की ग्रेविटी की खोज आइंस्टाइन ने की थी
अब ऐसे कई लोग हैं जिनको खुद ग्रेविटी या थ्योरी ऑफ रिलेटिविटीनहीं पता बस इतना पता है इनकी खोज किसने की सब अपना ज्ञान पेल रहे हैं बड़े आश्चर्य की बात है


नकारात्मकता से कैसे बचें

हम दूसरों को ज्ञान देने में हमेशा आगे रहते हैं किसी को दुख के समय सांत्वना देनी हो या सलाह देनी हो या दुख की घड़ी में उसको हल्का करना हो यह सभी काम हम दूसरों के लिए बेहतर तरीके से कर सकते हैं लेकिन वही परिस्थितियां अगर हमारे सामने आकर खड़ी हो जाती हैं तो हमारे अंदर मौजूद एक समझदार इंसान जो किसी भी परिस्थिति को हैंडल कर सकता है वह कहां चला जाता है पता नहीं
इसलिए ना कहते हैं की सलाह देना यह ज्ञान देना बड़ा आसान होता है जब खुद पर वो बात आती है तो सब की सूझबूझ तेल लेने चली जाती है।
किसी भी नकारात्मक परिस्थिति में हमें अपने आप को कंट्रोल करना है अपने इमोशंस को कंट्रोल करना है हमें खुद ही संभालना है।
इस संसार में प्रत्येक व्यक्ति का एक अलग लेवल ऑफ अंडरस्टैंडिंग होता है जिसके अकॉर्डिंग वह काम करता है हो सकता है आपका लेवल और अंडरस्टैंडिंग उस व्यक्ति के कंपैरिजन में कम या ज्यादा हो bus yahi yah understanding ka mismatch झगड़े का कारण बनता है।
यदि आप सोचते हैं कि यह व्यक्ति क्यों ऐसी बातें कर रहा है क्यों मुझे आलोचना कर रहा है तो यह उसकी समस्या है वह मजबूर है ऐसा करने के लिए चलिए आपको मैं एक उदाहरण के द्वारा समझाती हूं।
एप्पल के आईफोन का कंफीग्रेशनदूसरे मोबाइल की कंफीग्रेशन से अलग है,दोनों तरह से काम करते है
अब इसमें आप नाराज होने लगे यह फोन एप्पल की तरह काम क्यों नहीं कर रहा इससे आप गुस्सा हो जाओ फोन को तोड़फोड़ दो या आपकी गलती है आपको समझना है जैसा उसके अंदर प्रोग्रामिंग याकंफीग्रेशन होगा वह उसी के अनुसार ही काम करेगा ऐसे ही इंसान होता है उसके अंदर जिस प्रकार के विचार भाव लेवल ऑफ अंडरस्टैंडिंग होते हैं उसी प्रकार से काम करेगा इसलिए समझदारी से काम लीजिए अपने आप को शांत रखिए और किसी भी प्रकार की नकारात्मक परिस्थिति से खुद को बाहर निकालिए

गुरुवार, 12 सितंबर 2019

Jane Kya baat hui

ना जाने क्या बात हुई आंखों ही आंखों में
ले गए दिल ले गए सुकून हमारा
कहने को तो दिल था हमारा उनके पास
लेकिन रूह तक छोड़  आए थे उनके पास
अब जिए तो जिए कैसे रूह के बिना
रूह नहीं है कुछ तेरे जिस्म के सिवा



सोमवार, 9 सितंबर 2019

नजरों से गिर गए वो लोग

नजरों से गिर गए वो लोग जो कभी दिल में रहा करते थे
अब मालूम हुआ कि क्यों आंखे अक्सर भारी भारी  रहा करती थी
बेगानो को सर पर जो बिठा लिया था

क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी