रविवार, 2 जून 2019

कितनी खूबसूरत हो तुम शायरी इन हिंदी

हवा में घुली हुई खुशबू हो तुम
महकते फूलों की खूबसूरती हो तुम
क्यों ना जले यह सितारे तुम्हें देखकर
उनका नूर भी चुरा लेती हो तुम
तुम्हें देख कर कुदरत भी हैरान
कैसी यह रचना लाजवाब और बेमिसाल हो तुम

शनिवार, 1 जून 2019

दिल में प्यार जगाया, मेरा होश उड़ा या, मुझे अपना बनाया मुझे गले लगाया
Kaun hai woh kaun hai woh
वो है मेरा सजना प्यारा जिसने नैनों में अपने बसाया




कितनी भोली हो तुम तुम्हें तो झूठ बोलना भी नहीं आता

कितनी भोली हो तुम तुम्हें झूठ बोलना तक नहीं आता
कहती हो प्यार नहीं है हमसे, और छुप-छुपकर हमें देखती हो तुम्हें तो छुपाना भी नहीं आता

हो जाऊं घायल कहीं तो होता है तुमको दर्द मुझसे कहीं  हीं ज्यादा, घाव पर मरहम लगाने चली आती हो तुम्हें तो बेरुखी दिखाना भी नहीं आता

ख्याल रखती हो मेरा इतना कि खुद को भूल जाती हो फिर भी बेपरवाह होना नहीं आता

गुरुवार, 30 मई 2019

मां

मा ही एकमात्र ऐसा शब्द है जो बच्चा अपनी मां के गर्भ से सीख कर आता है।

मंगलवार, 28 मई 2019

बेवफा shyari

नजरो से गिरकर हमारी, अब वो कभी उठ ना सकेंगे
अब बस नफरत ही है जो हम उनसे कर सकेंगे 

चल राही चल अकेला

मुश्किल तो है पर नामुमकिन तो कुछ भी नहीं
आसान तो नहीं  पर इतना कठिन भी नहीं
चल रही चल रुकना ना मिलने से पहले मंजिल


सोमवार, 27 मई 2019

भीगी सी भागी सी मेरे बाजुओं में समाए

 नदियों सी बहती चली अब तो रुकने की तमन्ना है हा है
मद्धम मद्धम हवा सी चलती रही अब तो रुकने का अंदेशा हां है 
Ahan
 रुके तु क्यो  रुके ,जाना है हमे 
महकी सी, फूलों सी मे,बदन में महकी जाए
सोंधी सी ,हल्की सी, फुहारों सी बरसती जाए।




क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी