शुक्रवार, 3 जून 2022

किताबें

बचपन मे किताबों से इश्क़ था और अब mobile से 


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी