Kavita
वादों को वही तोड़ते हैं जो साथ चलना नहीं चाहते
और जो साथ चलते हाई उन्हें किसी वायदों की ज़रूरत नहीं
क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें