रविवार, 31 जनवरी 2021

बहुत रात हो गई


 बहुत रात हो गई  जानू चलो सो जाते है 

हक़ीक़त में ना सही सपनो में एक हो जाते है ।




 

शुक्रवार, 29 जनवरी 2021

सपने

सपने कहां अपने होते है ,और जो अपने होते है वो कभी सपने नहीं होते है ।
 

गुरुवार, 28 जनवरी 2021

Sard hawayein

 Sard hawayein aur garm dhoop 

Ase hi hai kuch apni Zindagani 

Thodi khushi thode gam 

Haste rahe sada ha dam 






समोसे में आलू

प्यार करना  तो कोई समोसा से सीखे कितने प्यार से अपने आलू को अपने अंदर समेटे रहता है खुद जलता है ,पकता है लेकिन उसे तेल छू भी नहीं पाता।

बुधवार, 20 जनवरी 2021

इंसानियत

अब इंसानियत जानवरो में  है और जंगली पन इन्सानों में मिलने लगा है 

क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी