जहा समस्या होती है वहा समाधान भी होता है
जहा रास्ता नहीं होता वहा भी रास्ता बन जाता है
गांव की पगडंडी को देखा है जहा कोई रास्ता नहीं था
बन जाता है रास्ता खुद ब खुद, राही के चलने से
जहा समस्या होती है वहा समाधान भी होता है
जहा रास्ता नहीं होता वहा भी रास्ता बन जाता है
गांव की पगडंडी को देखा है जहा कोई रास्ता नहीं था
बन जाता है रास्ता खुद ब खुद, राही के चलने से
कांच का ग्लास थोड़े हूं साहब जो टूट जाऊंगी, मै तो हूं वो फौलादी चट्टान अगर हाथ भी लगाओगे तो मूरत बन जाऊंगी
किताबों में डुबकी लगाकर तो देखो यारो ना मोती मिले तो कहना
कातिल निगाहों से हटकर ज़रा इनके तरफ देखो ना ज़िन्दगी गुलज़ार ना हो जाए तो कहना
क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी