शुक्रवार, 14 मई 2021

चाय की तलब

समझ नही आ रहा मैं चाय को नही छोड़ रही या चाय मुझे 

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क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी