मंगलवार, 12 नवंबर 2019

Zindagi ek safar

सोचा ना था चलना पड़ेगा इस कांटो भरे सफर पर लेकिन चलना ही पड़ा  क्योंकि चलना ही है जिंदगी और रुकना मौत
हाथों में देखी थी हमने लकीरे एक बार ....लगा था तब हमें किस्मत में है हमारी कुछ खास... जिंदगी में कुछ कदम चले आगे देखा आया ना कुछ रास
जिंदगी को काटो हंसकर या रो कर है बस तुम्हारे हाथ
जिओ उस पल को खुल कर जी भर के जिसको जिंदगी दे तुम्हें उपहार


जिंदगी देगी दर्द भी और देगी खुशी भी
जब दर्द दे तो भुला देना जब खुशी दे तब उसको खुद में समा लेना

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क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी