शनिवार, 12 अक्टूबर 2019

अपना पराया

अंधेरी में बादल दिखाई नहीं देते और उजालों में दिखाई देते हैं
ऐसा हमारे साथ भी होता है जिंदगी में कभी-कभी हमें ऐसा लगने लगता है कि हमारे साथ तो कोई भी नहीं है हम अकेले हैं इस दुनिया में हमारी फिक्र करने वाला कोई नहीं लेकिन कुछ लोग हमेशा साथ होते हैं लेकिन वह अपनापन नहीं
जताते और वक्त पड़ने पर साथ दे जाते हैं।
ऐसे लोगों की हमेशा कद्र करो क्योंकि यह मन के सच्चे होते हैं यह दिखावे में विश्वास नहीं करते हैं और हमेशा आपके साथ रहते हैं दुनिया में सच्चाई बहुत कम ही मिलती है।

शुक्रवार, 4 अक्टूबर 2019

मिलना और बिछड़ना

मन करता है कभी बादलों में छुप जाऊ तो कभी मन करता है बूंदों सा धरती पर बरस जाऊं
चूम लूंगा जब धरती को तो महक जाएगा  ये समा
 मिलन भी है जुदाई भी, बदलो से बिछड़ना ..धरती से मिलन
सही कहते है लोग कभी कभी बिछड़न से ही मिलन होता है।

क़ीमत

क़ीमत भी अदा करनी पड़ी हमे उस रिश्ते की जिसकी कोई क़ीमत न थी